मम्प्स (गले की सूजन) – रोकथाम – टीकाकरण (एमएमआर), स्वच्छ रहें, दूसरों की वस्तुएँ उपयोग न करें।.
Category: संक्रमण, इनफ़ेक्शन
मम्प्स (गले की सूजन): लक्षण और कारण
मम्प्स (गले की सूजन) – लक्षण – आपके चेहरे के एक तरफ या दोनों तरफ सूजी हुई, दर्दयुक्त लार उत्पन्न करने वाली ग्रंथियाँ। बुखार, मुँह सूखना, चबाते समय दर्द, भूख में कमी, पेट में दर्द. मम्प्स (गले की सूजन) – कारण – मम्प्स वायरस द्वारा उत्पन्न होता है और सीधे संपर्क अथवा प्रदूषण से फैलता है।.
मम्प्स (गले की सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
मम्प्स (गले की सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार: पके चावल और अन्य प्रकार का दलिया
, जई
, उबले मसले आलू
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मम्प्स (गले की सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान
मम्प्स (गलसुआ), तेजी से फैलने वाला, वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण है, जो बच्चों में अत्यंत आम है। यह मुख्य रूप से पैरोटिड ग्रंथियों, जो आपके कानों के सामने और नीचे होती हैं, को प्रभावित करता है।.
ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव) – आहार – लेने योग्य आहार: स्वास्थ्यवर्धक फल और सब्जियाँ जैसे केले, क्रेनबेरी, संतरे, नीबू, काले आलूबुखारे, भिन्डी, हरी पत्तेदार, प्याज, भूरा चावल, दही, और स्वास्थ्यवर्धक औषधियां और मसाले जैसे कि अदरक, लहसुन, मेथी और धनिया आदि
, भोजन के बाद सुपारी खाना लाभकारी होता है।
, फल, सब्जियाँ और सलाद का अधिक उपयोग।
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ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव): रोकथाम और जटिलताएं
ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव) – रोकथाम – स्वच्छ रहें, पानी अधिक मात्रा में पियें। आपके कपड़े यदि गीले हों तो उन्हें बदलें। यौन रूप से उत्तेजित ना हों। सूती वस्त्रों का प्रयोग करें।.
ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव): लक्षण और कारण
ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव) – लक्षण – गाढ़ा और चिपचिपा योनि स्राव, खुजली, दर्द, जलन या बेचैनी, या ऊतकों पर लालिमा। कमर और पैरों के घुटनों तथा टखने के बीच के हिस्से में दर्द होता है।. ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव) – कारण – उचित स्वच्छता ना होना, हार्मोन सम्बन्धी असंतुलन, घाव पर खुजली, डेरी उत्पादों की अधिकता, यौन कार्य, तनाव.
ल्यूकोरिया (सफ़ेद स्राव): प्रमुख जानकारी और निदान
ल्यूकोरिया, अर्थात “सफ़ेद स्राव” (सफ़ेद पानी) में, स्त्री की योनि से निकलने वाले सभी तरह के स्राव, रक्त छोड़कर, आते हैं, जो कि सामान्य हो सकते हैं या किसी संक्रमण का संकेत हो सकते हैं।.
हेपेटाइटिस सी (जिगर में सूजन): रोकथाम और जटिलताएं
हेपेटाइटिस सी (जिगर में सूजन) – रोकथाम – प्रदूषण, असुरक्षित संभोग और रक्त चढ़ाने से बचें। प्रसारण को कम करने के लिए अभिभावकों को जानकारी और सलाह दी जानी चाहिए।.
हेपेटाइटिस सी (जिगर में सूजन): लक्षण और कारण
हेपेटाइटिस सी (जिगर में सूजन) – लक्षण – लिवर की सूजन, वजन में गिरावट, पेट में दर्द, त्वचा में खुजली, पीलिया, मतली और उल्टी. हेपेटाइटिस सी (जिगर में सूजन) – कारण – हेपेटाइटिस सी वायरस द्वारा उत्पन्न, सामाजिक संपर्क द्वारा नहीं, प्रदूषण द्वारा प्रसारित.