त्वचा के मस्से: प्रमुख जानकारी और निदान

त्वचा पर उभरे दाने छोटे, माँस के रंग या भूरे रंग के बढ़े हुए आकार के होते हैं जो त्वचा के बाहर उभरे हुए होते हैं और कुछ-कुछ मस्सों की तरह दिखाई पड़ते हैं।.

त्वचा के मस्से: लक्षण और कारण

त्वचा के मस्से – लक्षण – आमतौर पर मस्सा छोटा होता है, जो त्वचा के बाहर एक छोटी सँकरी शाखा, जो इसे त्वचा से जोड़े रखती है, से चिपका होता है और लगभग आधा इंच लम्बा होता है।. त्वचा के मस्से – कारण – त्वचा के आपस में रगड़ने से खुरदुरापन और उत्तेजना होना। विकास हेतु उत्तरदायी कारकों का उच्च स्तर, विशेषकर गर्भावस्था या शरीर के अत्यधिक असामान्य विकास की अवस्था (एक्रोमेगाली, जाईगेंटिस्म) के दौरान। इन्सुलिन प्रतिरोध। ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (मस्से वाला वायरस)। अनुवांशिक.

त्वचा के मस्से: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

त्वचा के मस्से – आहार – स्वस्थ और उचित भोजन का नियम जिसमें रेशेयुक्त आहार, साबुत अनाज, कम वसायुक्त प्रोटीन जैसे मछली और माँस के हिस्से तथा आदि हों। सब्जियों और मौसमी फलों की अधिक मात्रा लें। शक्कर, कैफीन, हवायुक्त पेय। जंक फ़ूड, फ़ास्ट फ़ूड और कम्फर्ट फ़ूड।

त्वचा के मस्से: रोकथाम और जटिलताएं

त्वचा के मस्से – रोकथाम – चूंकि मस्से मोटापे से उत्प्रेरित होते हैं, इसलिए भोजन की उचित आदतों, नियमित व्यायाम और अधिक जिम्मेदारी से भोजन और जीवनशैली सम्बन्धी आदतों को अपनाकर अतिरिक्त वजन को कम करें।.

टीनिया वर्सीकोलर: लक्षण और कारण

टीनिया वर्सीकोलर – लक्षण – प्रभावित क्षेत्रों में तीव्र खुजली। शुष्क और पपड़ीदार निशान। धीरे-धीरे बढ़ते हुए धब्बे।. टीनिया वर्सीकोलर – कारण – टीनिया वर्सीकोलर उत्पन्न करने वाली फफूंद स्वस्थ त्वचा पर पाई जा सकती है। यह केवल तब समस्या उत्पन्न करती है जब फफूंद की अत्यधिक वृद्धि हो जाती है।.

टीनिया वर्सीकोलर: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

टीनिया वर्सीकोलर – आहार – लेने योग्य आहार: आहार में कच्ची सब्जियाँ और फल, साबुत अनाज जैसे ब्रोकोली, हरी फलियाँ, हरी पत्तेदार सब्जियाँ शामिल करें। कच्चे कद्दू के बीज, शक्करकंद, प्याज, खट्टे फल आदि टीनिया वर्सीकोलर के उपचार हेतु बढ़िया हैं। साबुत अनाजों के विभिन्न प्रकार जैसे चावल, पास्ता, ओटमील आदि बढ़िया विकल्प होते हैं।

टीनिया वर्सीकोलर: रोकथाम और जटिलताएं

टीनिया वर्सीकोलर – रोकथाम – अत्यधिक गर्मी में ना रहें। टैनिंग (त्वचा के रंग का गहरा होना) ना होने दें या सूर्य के प्रकाश का अत्यधिक सामना ना करें। अत्यधिक पसीना ना निकलने दें।.

टीनिया वर्सीकोलर: प्रमुख जानकारी और निदान

टीनिया वर्सिकोलर जिसे टिरिआसिस वर्सिकोलर के नाम से भी जाना जाता है, त्वचा पर फफूंद द्वारा उत्पन्न संक्रमण है, जो गर्दन, छाती, पीठ और भुजाओं पर निशानों द्वारा प्रदर्शित होता है।.

कोलीसिस्टाइटिस (गालब्लैडर की सूजन): रोकथाम और जटिलताएं

कोलीसिस्टाइटिस (गालब्लैडर की सूजन) – रोकथाम – उचित वजन बनाए रखें। स्वास्थ्यवर्धक आहार लें। व्यायाम नियमित करें।.

कोलीसिस्टाइटिस (गालब्लैडर की सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

कोलीसिस्टाइटिस (गालब्लैडर की सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार: सब्जियाँ जैसे टमाटर (क्षार-उत्पन्न करने वाले आहार), गाजर, पालक, चुकंदर, आलू और ककड़ी। पास्ता, सादा दही,