पोलियो वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण है जो एक व्यक्ति से दूसरे में फैलता है, यह तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है जिससे लकवा हो सकता है..
Category: संक्रमण, इनफ़ेक्शन
पोलियो: लक्षण और कारण
पोलियो लक्षण – सामान्य रूप से असुविधा, सिरदर्द, स्पर्श के प्रति संवेदनशीलता, गले में खराश, उल्टी, निगलने में कठिनाई. पोलियो कारण – पोलियो वायरस द्वारा उत्पन्न होता है और सीधे सम्पर्क तथा प्रदूषण आदि से फैलता है.
पोलियो: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
पोलियो आहार – लेने योग्य आहार: प्रोटीन युक्त आहार (माँस, चिकन आदि)
, साबुत अनाज
, फल और सब्जियाँ (सब्जियाँ ज्यादा)
,
पोलियो: रोकथाम और जटिलताएं
पोलियो रोकथाम – पोलियो के टीके से रोग को ठीक नहीं किया जा सकता लेकिन रोका जा सकता है.
मैनिंजाइटिस (मस्तिष्क ज्वर): रोकथाम और जटिलताएं
मैनिंजाइटिस (मस्तिष्क ज्वर) – रोकथाम – स्वच्छ रहें, टीका लगवाएँ, स्वस्थ रहें.
मैनिंजाइटिस (मस्तिष्क ज्वर): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
मैनिंजाइटिस (मस्तिष्क ज्वर) – आहार – लेने योग्य आहार: विटामिन युक्त आहार
, फल और सब्जियाँ
, तरबूज, ग्रेपफ्रूट, केंटालूप, पपीता, ब्रोकोली, गाजर, लहसुन, टमाटर, पत्तागोभी, और गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ।
,
मैनिंजाइटिस (मस्तिष्क ज्वर): लक्षण और कारण
मैनिंजाइटिस (मस्तिष्क ज्वर) – लक्षण – जकड़ी हुई गर्दन, तेज बुखार, असमंजस की स्थिति, उनींदापन, साँस लेने में कठिनाई, रूचि ना होना. मैनिंजाइटिस (मस्तिष्क ज्वर) – कारण – सूक्ष्मजीवियों का संक्रमण। ड्रग से एलर्जी। सिर में चोट, रोग की स्थितियाँ। असामान्य प्रतिरक्षक तंत्र।.
मैनिंजाइटिस (मस्तिष्क ज्वर): प्रमुख जानकारी और निदान
मैनिंजाइटिस मस्तिष्क और मेरुदंड के आस-पास की झिल्लियों (मेनिंजेस) में, मस्तिष्क में उपस्थित द्रव में हुए संक्रमण के कारण उत्पन्न हुई, सूजन को कहते हैं।.
लेप्टोस्पायरोसिस (खेत का बुखार): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
लेप्टोस्पायरोसिस (खेत का बुखार) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: ताजा और उबला पानी
, पूर्ण आहार (बिना पोलिश के अनाज, फल, सब्जियाँ)।
, दूध और इसके उत्पाद
,
लेप्टोस्पायरोसिस (खेत का बुखार): रोकथाम और जटिलताएं
लेप्टोस्पायरोसिस (खेत का बुखार) – रोकथाम – स्वच्छ रहें, जमे हुए पानी के क्षेत्र में ना जाएँ। एंटीबायोटिक्स का प्रयोग करें। रोग का जल्द निर्धारण और चिकित्सा।.