प्रुराइटस वल्वा (योनि पर खुजली) – लक्षण – जननांगों के क्षेत्र में तीव्र खुजली, संवेदना और उत्तेजना होना। त्वचा शुष्क हो सकती है। योनि से (कभी-कभी) पतला, सफ़ेद स्राव होना।. प्रुराइटस वल्वा (योनि पर खुजली) – कारण – रासायनिक उत्प्रेरक जैसे डिटर्जेंट, कपड़ों को मुलायम करने वाले पदार्थ, महिलाओं के स्प्रे, ऑइंटमेंट, क्रीम, डूश और गर्भनिरोधक फोम या जेलियाँ। रजोनिवृत्ति, एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी योनि को शुष्क कर देती है। योनि में यीस्ट संक्रमण।.
Category: संक्रमण, इनफ़ेक्शन
प्रुराइटस वल्वा (योनि पर खुजली): प्रमुख जानकारी और निदान
प्रुराइटस वल्वा योनि की त्वचा और आसपास के क्षेत्र (वल्वा) की खुजली और असहज उत्तेजना है।.
मेसेंटेरिक लिम्फ़ेडिनाइटिस: रोकथाम और जटिलताएं
मेसेंटेरिक लिम्फ़ेडिनाइटिस – रोकथाम – पर्याप्त विश्राम ठीक होने में सहायक होता है। तरल पदार्थों के सेवन से बुखार, उल्टी और दस्त के कारण होने वाली पानी की कमी को रोकने में मदद मिलती है।.
मेसेंटेरिक लिम्फ़ेडिनाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान
मेसेंटेरिक लिम्फ़ेडिनाइटिस, जिसे मेसेंटेरिक एडिनाइटिस भी कहते हैं, उस स्थिति को बताता है जिसमें पेट की मेसेंटेरी में उपस्थित लसिका ग्रंथियाँ (वे ऊतक जो आपके शरीर को रोगों से मुकाबला करने में मदद करते हैं) सूज जाती हैं। मेसेंटेरी आँतों की परतों को पेट की दीवार से जोड़ने वाले ऊतकों को कहते हैं।.
मेसेंटेरिक लिम्फ़ेडिनाइटिस: लक्षण और कारण
मेसेंटेरिक लिम्फ़ेडिनाइटिस – लक्षण – पेट में दर्द, अक्सर निचले, दाहिने हिस्से पर केन्द्रित होता है, लेकिन कभी-कभी दर्द अत्यंत विस्तृत हो सकता है। सामान्यतया पूरे पेट में पीड़ा। बुखार. मेसेंटेरिक लिम्फ़ेडिनाइटिस – कारण – मेसेंटेरिक एडिनाइटिस का सबसे आम कारण, बैक्टीरिया या वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण, होता है।.
मेसेंटेरिक लिम्फ़ेडिनाइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
मेसेंटेरिक लिम्फ़ेडिनाइटिस – आहार – लेने योग्य आहार स्वास्थ्यवर्धक भोजन लें, जो कि रेशे से समृद्ध हो। रेशा पाचन तंत्र को स्वस्थ करता है और पेट का दर्द घटाता है। इनसे परहेज करें मसालेदार और एसिड उत्पन्न करने वाला भोजन पेट की समस्याओं को बदतर कर सकता है, चाहे वह किसी भी प्रकार का हो। खट्टे फल या टमाटर युक्त आहार समस्या उत्पन्न कर सकते हैं। कॉफ़ी, कैफीन युक्त पेय, प्याज, पुदीना, लहसुन और वसायुक्त आहार ना लें।
फ्लू: रोकथाम और जटिलताएं
फ्लू रोकथाम – टीका लगवाएँ। अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह और नियमित धोएँ। उपयोग किये हुए टिश्यू पेपर का प्रयोग ना करें।.
फ्लू: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
फ्लू आहार – लेने योग्य आहार: सर्दी या फ्लू के दौरान पीने हेतु सबसे उत्तम पेय है पानी क्योंकि यह गले की म्यूकस झिल्लियों को चिकना बनाए रखने में सहायता करता है। सर्दी और फ्लू के दौरान तरल पदार्थों में अन्य बेहतर विकल्प हैं: रस, अदरक का अर्क, औषधीय चाय, शहद और नीबू युक्त चाय, शोरबा, अदरक युक्त चाय, वे आहार जो प्रतिरक्षक तंत्र को उन्नत करने में मदद करते हैं जैसे दही, मछली, अलसी के बीज, अखरोट, जैतून, केनोला और अखरोट का तेल, विटामिन सी से समृद्ध आहार जैसे संतरे, ग्रेपफ्रूट, मिर्च, स्ट्रॉबेरी, टमाटर, अन्नानास, ब्रोकिली, अमरुद आदि भी प्रतिरक्षक तंत्र को मजबूत करते हैं।
फ्लू: प्रमुख जानकारी और निदान
फ्लू श्वसन तंत्र (नाक, गले और फेफड़ों) का संक्रमण है।.
फ्लू: लक्षण और कारण
फ्लू लक्षण – बुखार और कंपकंपी। खाँसी और/या गले में खराश। बहती या भरी हुई नाक। सिरदर्द और/या शरीर में दर्द।. फ्लू कारण – फ्लू की उत्पत्ति इन्फ्लुएंजा वायरस द्वारा होती है।.