ओटिटिस मीडिया (कान की सूजन): रोकथाम और जटिलताएं

ओटिटिस मीडिया (कान की सूजन) – रोकथाम – अपने हाथों को नियमित धोकर स्वच्छता बनाए रखें। धूम्रपान/धुएँ के संपर्क में ना रहें यहाँ तक कि दूसरे के धूम्रपान के धुएँ से भी बचें। अपने बच्चे का टीकाकरण नियमित कराएँ।.

ओटिटिस मीडिया (कान की सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान

ओटिटिस मीडिया कान के मध्य हिस्से की सूजन को कहते हैं। जब संक्रमण होता है, उस स्थिति को “एक्यूट ओटिटिस मीडिया” कहते हैं।.

एलीफेंटियासिस (मोटे पैर): लक्षण और कारण

एलीफेंटियासिस (मोटे पैर) – लक्षण – पैरों और जननांगों पर सूजन, त्वचा पर धब्बे, बुखार, कंपकंपी. एलीफेंटियासिस (मोटे पैर) – कारण – लिम्फेटिक फाइलेरियासिस मुख्यतः निमेटोड्स (राउंडवर्म-गोल कृमि) के संक्रमण द्वारा उत्पन्न होता है, ये धागे की तरह दिखने वाले परजीवी कृमि होते हैं।.

एलीफेंटियासिस (मोटे पैर): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

एलीफेंटियासिस (मोटे पैर) – आहार – लेने योग्य आहार: कम-वसा, प्रोटीन की अधिकता वाला आहार लाभकारी होता है। तरल पदार्थों की पर्याप्त मात्रा लें। प्रोबायोटिक (पाचन में सहायक लाभकारी बैक्टीरिया)।

एलीफेंटियासिस (मोटे पैर): रोकथाम और जटिलताएं

एलीफेंटियासिस (मोटे पैर) – रोकथाम – मच्छरदानी और कीटाणु रोधक क्रीम का प्रयोग करें। रोग को फैलने से रोकने के लिए औषधियों का प्रयोग करें। लम्बी बांह और पतलून पहनें।.

एलीफेंटियासिस (मोटे पैर): प्रमुख जानकारी और निदान

एलीफेंटियासिस एक ऐसा रोग है जो त्वचा और भीतरी ऊतकों, खासकर पैरों और पुरुष जननांगों, के मोटे होने या फूलने से प्रदर्शित होता है।.

हैजा: लक्षण और कारण

हैजा लक्षण – पनीले दस्त उल्टी शरीर में पानी की कमी पेट में ऐंठन. हैजा कारण – विब्रियो कॉलरी (बैक्टीरिया)।.

हैजा: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

हैजा आहार – लेने योग्य आहार: शरीर में पानी के स्तर को बनाए रखने के लिए नारियल पानी। तरल पदार्थों (फलों का रस, पानी, सोडा आदि) की अधिक मात्रा। उचित रूप से पका भोजन।

हैजा: रोकथाम और जटिलताएं

हैजा रोकथाम – स्वच्छ रहें। प्रदूषित क्षेत्रों और जंक फ़ूड से दूर रहें। स्वच्छ और सुरक्षित उबला हुआ पानी पियें। उचित प्रकार से पका हुआ भोजन खाएँ।.

हैजा: प्रमुख जानकारी और निदान

कॉलरा (हैजा) छोटी आंत का संक्रमण है जिससे अधिक मात्रा में पानी जैसे दस्त होते हैं। हैजा कमजोर स्वच्छता वाले, भीड़-भाड़ के स्थानों या युद्ध और अकालग्रस्त क्षेत्रों में होता है।.