मोच और खिंचाव: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

मोच और खिंचाव – आहार – लेने योग्य आहार: बीटा कैरोटीन कोलेजन का, जो कि मोच के दौरान क्षतिग्रस्त स्नायुओं का निर्माण करता है, मुख्य कारक तत्व है। प्राकृतिक बीटा कैरोटीन के अच्छे स्रोतों में गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियाँ जैसे पालक या केल, ब्रोकोली, और गाजर आदि हैं। विटामिन सी शरीर की सूजन घटाने में सहायक होता है। विटामिन सी के बढ़िया स्रोतों में पत्तागोभी, शिमला मिर्च, कीवी, खट्टे फल जैसे संतरे, नीबू और ग्रेपफ्रूट आदि हैं। माँसपेशियों और जोड़ों के स्वास्थ्य के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। प्रोटीन के अच्छे स्रोतों में अंडा, चिकन, मछली, मेवे दूध आदि हैं।

मोच और खिंचाव: रोकथाम और जटिलताएं

मोच और खिंचाव – रोकथाम – व्यायाम शुरू करने के पहले उचित प्रकार से वार्म अप करें और बाद में उचित प्रकार से शीतल हों,, जब आप थके हों तो व्यायाम ना करें और ना ही कोई खेल खेलें,, गिरने के प्रति सावधानी रखें, सीढ़ियाँ, गलियारे, बगीचे और गाड़ी चलाने के हिस्सों को अस्त-व्यस्त ना होने दें, और शीतकाल में आपके घर के बाहर के बर्फ के स्थानों पर रेत या नमक डालें।.

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द): प्रमुख जानकारी और निदान

अर्थ्रेल्जिया शब्द का अर्थ है जोड़ों का दर्द। दर्द एक या अधिक जोड़ों में हो सकता है।.

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द): लक्षण और कारण

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द) – लक्षण – अर्थ्रेल्जिया का प्राथमिक लक्षण है जोड़ का दर्द। यह दर्द तीखा, धीमा, चुभनयुक्त, जलनयुक्त, या फड़कता हुआ हो सकता है। यह मंद से तीव्र हो सकता है।. अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द) – कारण – जोड़ों में दर्द क्यों होता है, इसके अनेक कारण हो सकते हैं। ऐसा निम्न कारणों से हो सकता है:- चोट, संक्रमण, प्रतिरक्षण तंत्र का विकार। एलर्जी सम्बन्धी प्रक्रियाएँ।.

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें उच्च भोज्य पदार्थों में सूजन पैदा करने वाले गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द के लक्षणों को बढ़ाते हैं।: जोड़ों के दर्द में सर्वोत्तम आहार वे हैं जिनमें प्राकृतिक रूप से सूजनरोधी गुण होते हैं, और जो ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और विटामिन डी से समृद्ध होते हैं। इन पोषक तत्वों के प्रसिद्ध स्रोतों में मछली, अखरोट, कद्दू के बीज, अलसी के बीज और केनोला तेल आदि हैं। वे आहार लें जो जोड़ों और तंतुओं को दर्दरहित और लचीला बनाए रखें जैसे मिर्च, खट्टे फल, ब्रोकोली, फूलगोभी, प्याज, चेरी, हरी चाय, अदरक मशरुम, अन्नानास, पपीता आदि। तले आहार,

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द): रोकथाम और जटिलताएं

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द) – रोकथाम – यदि आपका वजन सामान्य से अधिक है तो कम करें। व्यायाम नियमित करें। शारीरिक रूप से सक्रिय रहें। चोटों से बचें।.

फाइब्रोमाएल्जिया (माँसपेशियों, हड्डियों का दर्द): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

फाइब्रोमाएल्जिया (माँसपेशियों, हड्डियों का दर्द) – आहार – लेने योग्य आहार: अनाज
, फल (सेब, अंगूर, क्रेनबेरी और स्ट्रॉबेरी)।
, सब्जियाँ (गाजर, पत्तागोभी, फूलगोभी, टमाटर, गहरी हरी पत्तेदार)।
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फाइब्रोमाएल्जिया (माँसपेशियों, हड्डियों का दर्द): रोकथाम और जटिलताएं

फाइब्रोमाएल्जिया (माँसपेशियों, हड्डियों का दर्द) – रोकथाम – इसका कोई बचाव नहीं है, लेकिन नियमित व्यायाम लक्षणों के नियंत्रण में मदद करता है।.

फाइब्रोमाएल्जिया (माँसपेशियों, हड्डियों का दर्द): प्रमुख जानकारी और निदान

फाइब्रोमाएल्जिया एक ऐसा विकार है जिसको माँसपेशियों और हड्डियों में फैले हुए दर्द, थकान और पीड़ा के अनेक बिन्दुओं द्वारा पहचाना जा सकता है। महिलाओं में यह अधिक आम समस्या है।.

फाइब्रोमाएल्जिया (माँसपेशियों, हड्डियों का दर्द): लक्षण और कारण

फाइब्रोमाएल्जिया (माँसपेशियों, हड्डियों का दर्द) – लक्षण – मांसपेशियों में दर्द। थकावट। नींद में कठिनाई। सुबह के समय जकड़न। माँसपेशियों में ऐंठन।. फाइब्रोमाएल्जिया (माँसपेशियों, हड्डियों का दर्द) – कारण – अज्ञात कारण। संक्रमण। अनुवांशिकता। शारीरिक और भावनात्मक आघात।.