मोर्टोंस न्यूरोमा: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

मोर्टोंस न्यूरोमा – व्यायाम – स्ट्रेचिंग वाले व्यायाम:: वाल स्ट्रेच, बोतल रोल, टॉवल स्ट्रेच,

मोर्टोंस न्यूरोमा: रोकथाम और जटिलताएं

मोर्टोंस न्यूरोमा – रोकथाम – उचित प्रकार के जूते/चप्पल पहनें। तंग या अनुचित नाप के जूते/चप्पल ना पहनें।.

मोर्टोंस न्यूरोमा: प्रमुख जानकारी और निदान

मोर्टोंस न्यूरोमा पैर की उँगलियों के बीच की नस को लगने वाली चोट है, जिससे दर्द और सतह में सख्ती उत्पन्न होती है। सामान्यतया यह तीसरी और चौथी उंगली के बीच से गुजरने वाली नस को प्रभावित करती है।.

मोर्टोंस न्यूरोमा: लक्षण और कारण

मोर्टोंस न्यूरोमा – लक्षण – पैर की उँगलियों के तल में या पैर के अगले हिस्से में तीव्र, तेजी से लगता हुआ या जलनयुक्त दर्द होता है, जो प्रभावित दोनों पंक्तियों में फ़ैल जाता है। पैरों की उँगलियों में झुनझुनी या सनसनाहट। उँगलियों के बीच सूजन।. मोर्टोंस न्यूरोमा – कारण – निश्चित कारण अज्ञात है। यह स्थिति उत्तेजना, दबाव या आपकी उँगलियों तक पहुँचने वाली नसों में लगने वाली चोट की प्रतिक्रिया में उत्पन्न हुई प्रतीत होती है।.

माँसपेशियों में सिकुड़न: रोकथाम और जटिलताएं

माँसपेशियों में सिकुड़न – रोकथाम – पर्याप्त आराम करें और कम से कम तनाव लें। स्ट्रेचिंग युक्त उचित व्यायामों से संकुचन को रोकने में सहायता होती है। अपने बिस्तर के पैरों वाले हिस्से की चादर को ढीला करें ताकि नींद में होने वाली सिकुड़न से बचा जा सके।.

माँसपेशियों में सिकुड़न: प्रमुख जानकारी और निदान

माँसपेशियों की सिकुड़न या माँसपेशियों की ऐंठन, माँसपेशियों की नियंत्रण रहित सिकुड़न है जो अत्यंत दर्द उत्पन्न करती है।.

माँसपेशियों में सिकुड़न: लक्षण और कारण

माँसपेशियों में सिकुड़न – लक्षण – सिकुड़न किसी मांसपेशी में कठोरता या गांठ के रूप में प्रतीत होती है। जब आप मांसपेशी का प्रयोग करते हैं तब यह कष्टकारी होती है। उस मांसपेशी का प्रयोग कर पाना कठिन होता है। व्यायाम के दौरान ऐंठन अत्यंत दर्दनाक होती है।. माँसपेशियों में सिकुड़न – कारण – आमतौर पर सिकुड़न माँसपेशियों के अत्यधिक प्रयोग से या किसी चोट से उत्पन्न होती है।.

माँसपेशियों में सिकुड़न: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

माँसपेशियों में सिकुड़न – आहार – लेने योग्य आहार: माँसपेशियों और तंत्रिकाओं की कार्यक्षमता हेतु कैल्शियम आवश्यक होता है ताकि माँसपेशियाँ सुचारू रूप से संकुचित और विस्तारित हो सकें। डेरी उत्पाद जैसे दूध, पनीर और दही, मछली और कैल्शियम की शक्ति से युक्त संतरे का रस और नाश्ते का दलिया, शलजम और केल आदि कैल्शियम के उत्तम स्रोत हैं। तंत्रिकाओं के और मांसपेशियों के उचित कार्य हेतु पोटैशियम कैल्शियम के साथ मिलकर कार्य करता है। आहार विशेषकर आलू, रतालू, पकी हरी सब्जियाँ, केले, वसारहित दूध, दही, चिकन और मछली आदि पोटैशियम से समृद्ध होते हैं। मैग्नीशियम आपकी माँसपेशियों को सिकुड़ने और फैलने में सहायता करता है। गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ मैग्नीशियम का उत्तम स्रोत हैं। अन्य सब्जियाँ, फल, मेवे, गिरियाँ, साबुत अनाज, दालें और माँस मैग्नीशियम का बेहतर स्रोत हैं।

मायोफेशियल पैन सिंड्रोम: रोकथाम और जटिलताएं

मायोफेशियल पैन सिंड्रोम – रोकथाम – अपनी भंगिमा सुधारें। अपना शारीरिक वजन कम करें। व्यायाम नियमित करें।.

मायोफेशियल पैन सिंड्रोम: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

मायोफेशियल पैन सिंड्रोम – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: अलसी के तेल और प्रिमरोस तेल में आवश्यक फैटी एसिड्स होते हैं। आवश्यक फैटी एसिड्स प्राकृतिक सूजन-रोधी तत्वों की तरह कार्य करते हैं। अनाज, फल और सब्जियाँ,