ओलेक्रेनों बर्साइटिस – कोहनी की सूजन: लक्षण और कारण

ओलेक्रेनों बर्साइटिस – कोहनी की सूजन – लक्षण – नरमीयुक्त पीड़ा, दर्द और सूजन। लालिमा, लाल धारियाँ, गर्मी, बुखार और बगलों में सूजी हुई लसिका ग्रंथियाँ होना। कोहनी की गति कर पाने की सीमा का सीमित होना। प्रभावित कोहनी के पिछले हिस्से में छोटी गांठ का अनुभव होना।. ओलेक्रेनों बर्साइटिस – कोहनी की सूजन – कारण – सूजन, चोट, संक्रमण.

ओलेक्रेनों बर्साइटिस – कोहनी की सूजन: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

ओलेक्रेनों बर्साइटिस – कोहनी की सूजन – आहार – लेने योग्य आहार मछली और अखरोट का अधिक मात्रा में सेवन करें, जिनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड उच्च मात्रा में पाए जाते हैं। ओमेगा-3 में सूजनरोधी प्रभाव होता है और यह जोड़ों को चिकनाई देने का कार्य करता है। इनसे परहेज करें रिफाइंड शक्कर और हाइड्रोजनयुक्त तेलों को ना लें।

ओलेक्रेनों बर्साइटिस – कोहनी की सूजन: रोकथाम और जटिलताएं

ओलेक्रेनों बर्साइटिस – कोहनी की सूजन – रोकथाम – शारीरिक गतिविधि के पहले वार्म अप या स्ट्रेच करें। अपनी कोहनियों को सख्त सतहों पर ना रखें। उचित भंगिमा का अभ्यास करें।.

ओलेक्रेनों बर्साइटिस – कोहनी की सूजन: प्रमुख जानकारी और निदान

ओलेक्रेनों बर्साइटिस, इसे कोहनी के बर्सा की सूजन भी कहा जाता है। यह कोहनी के बिंदु पर स्थित तरल की छोटी थैलीनुमा रचना की सूजन है।.

पिरिफोर्मिस सिंड्रोम (कूल्हे का दर्द): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पिरिफोर्मिस सिंड्रोम (कूल्हे का दर्द) – आहार – लेने योग्य आहार: शरीर की रोग से उबरने वाली प्रक्रिया में सहायता के लिए मछली बढ़िया आहार है।
, ताजा अन्नानास, सभी प्रकार की बेरियाँ सूजन कम करके ठीक होने में सहायता करती हैं और प्रतिरक्षक तंत्र को भी उन्नत करती हैं।
, मसाले जैसे हल्दी, लहसुन, अदरक स्वभाव से सूजनरोधी होते हैं।
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पिरिफोर्मिस सिंड्रोम (कूल्हे का दर्द): रोकथाम और जटिलताएं

पिरिफोर्मिस सिंड्रोम (कूल्हे का दर्द) – रोकथाम – व्यायाम नियमित करें। उचित शारीरिक भंगिमा अपनाएं, लम्बे समय तक बैठने या लेटने का कार्य ना करें।.

पिरिफोर्मिस सिंड्रोम (कूल्हे का दर्द): लक्षण और कारण

पिरिफोर्मिस सिंड्रोम (कूल्हे का दर्द) – लक्षण – कूल्हे का दर्द या झुनझुनी जो जांघ तक जाती है। दर्द जो लम्बे समय तक बैठने पर बदतर हो जाता है।. पिरिफोर्मिस सिंड्रोम (कूल्हे का दर्द) – कारण – पिरिफोर्मिस सिंड्रोम विशिष्ट रूप से पिरिफोर्मिस पेशी के कसने या तंग होने से उत्पन्न होता है।.

पिरिफोर्मिस सिंड्रोम (कूल्हे का दर्द): प्रमुख जानकारी और निदान

पिरिफोर्मिस सिंड्रोम तंत्रिकाओं और मांसपेशियों का एक असामान्य विकार है जिसमें पिरिफोर्मिस (कूल्हे में स्थित) मांसपेशी शियाटिक नस पर दबाव डालती है। पिरिफोर्मिस पेशी कूल्हे के जोड़ के ऊपरी हिस्से पर, कूल्हों के भीतर स्थित चपटी, बंधनुमा पेशी होती है।.

कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS): प्रमुख जानकारी और निदान

कार्पल टनल सिंड्रोम (सीटीएस) हाथ का दर्द्युक्त विकार है जो कलाई से होकर गुजरने वाली तंत्रिकाओं पर पड़े दबाव के कारण उत्पन्न होता है।.

कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS): लक्षण और कारण

कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS) – लक्षण – हाथ के तल और उंगलियों में जलन, झुनझुनी या खुजलीयुक्त गुदगुदी, खासकर अंगूठे, तर्जनी और मध्यमा उंगली में। थोड़ी या बिना दिखाई देने वाली सूजन के साथ उंगलियों का निष्क्रिय और फूला हुआ प्रतीत होना।. कार्पल टनल सिंड्रोम (CTS) – कारण – कलाई को लगी चोट या आघात। चिकित्सीय स्थितियाँ।.