एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना: लक्षण और कारण

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना – लक्षण – छाती में दर्द। श्वास की कमी। मांसपेशियों की कमजोरी। असमंजस. एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना – कारण – धूम्रपान, रक्त में वसा और कोलेस्ट्रॉल की उच्च मात्रा। उच्च रक्तचाप। रक्त में शक्कर का उच्च स्तर।.

एथेरोस्क्लेरोसिस – धमनियाँ सख्त होना: प्रमुख जानकारी और निदान

एथेरोस्क्लेरोसिस (या अर्टेरियोस्क्लेरोटिक वैस्कुलर डिजीज) ऐसी स्थिति है जहाँ धमनियाँ, अपने भीतर अत्यधिक मात्रा में प्लाक निर्मित हो जाने के कारण, सख्त हो जाती हैं।.

मेरेल्जिया पेरेस्थेटिका (जांघ का दर्द): प्रमुख जानकारी और निदान

मेरेल्जिया पेरेस्थेटिका आपकी बाहरी जांघ में झुनझुनी, सनसनाहट और जलनयुक्त दर्द द्वारा प्रदर्शित होने वाली स्थिति है।.

मेरेल्जिया पेरेस्थेटिका (जांघ का दर्द): लक्षण और कारण

मेरेल्जिया पेरेस्थेटिका (जांघ का दर्द) – लक्षण – जांघ में दर्द। फैलता हुआ दर्द। कमर दर्द।. मेरेल्जिया पेरेस्थेटिका (जांघ का दर्द) – कारण – तंग या कसे हुए कपड़े पहनना। पैरों की दोहराव वाली गति।.

मेरेल्जिया पेरेस्थेटिका (जांघ का दर्द): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

मेरेल्जिया पेरेस्थेटिका (जांघ का दर्द) – आहार – लेने योग्य आहार स्वास्थ्यवर्धक आहार जैसे फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज की ब्रेड, कम-वसा युक्त डेरी उत्पाद, फलियाँ, लीन मीट और मछली आदि लें। इनसे परहेज करें शक्करयुक्त आहार, मैदे से बने भुने हुए आहार, सफ़ेद चावल, ब्रेड, क्रैकर्स, और अन्य रिफाइंड आहार।

मेरेल्जिया पेरेस्थेटिका (जांघ का दर्द): रोकथाम और जटिलताएं

मेरेल्जिया पेरेस्थेटिका (जांघ का दर्द) – रोकथाम – ढीले कपड़े पहनना। उचित आहार और नियंत्रित वजन। सामान्य गतिविधियों को विश्राम के साथ करना।.

पल्मोनरी एम्बोलिस्म: प्रमुख जानकारी और निदान

पल्मोनरी एम्बोलिस्म किसी प्रमुख रक्तवाहिनी (पल्मोनरी धमनी) जो कि रक्त को हृदय से फेफड़ों तक ले जाने वाली रक्तवाहिनी होती है, में आमतौर पर रक्त के थक्के से एकाएक उत्पन्न होने वाला अवरोध है।.

पल्मोनरी एम्बोलिस्म: लक्षण और कारण

पल्मोनरी एम्बोलिस्म – लक्षण – साँस में एकाएक कमी होना। आपकी छाती, भुजा, कंधे, गर्दन या जबड़े में समझ न आने वाला तीखा दर्द। तेज या अनियमित हृदयगति (नाड़ी)। खाँसी, साँस लेते समय आवाज होना।. पल्मोनरी एम्बोलिस्म – कारण – आपके रक्त को चिपचिपा करने वाली या आपके पैरों की नसों में रक्त के संचार को धीमा करने वाली कोई भी स्थिति पल्मोनरी एम्बोलिस्म तक पहुँच सकती है।.

पल्मोनरी एम्बोलिस्म: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पल्मोनरी एम्बोलिस्म – आहार – उचित पोषण को निश्चित करने के लिए विभिन्न प्रकार का आहार लें जिसमें लीन प्रोटीन जैसे चिकन, वसायुक्त मछली, साबुत अनाज जैसे ओट्स, फल जैसे सेब और कई प्रकार की सब्जियाँ हों।
, क्रैनबेरी के उत्पाद जैसे कि उसका रस, वार्फरिन (सामान्यतया पल्मोनरी एम्बोलिस्म को ठीक करने के लिए दी जाने वाली औषधि) की क्षमता बढ़ा देते हैं, जो कि रक्तस्राव की समस्या को उत्पन्न कर सकता है। यदि आपको पल्मोनरी एम्बोलिस्म है और आपको वार्फरिन लिखा गया है तो आपको क्रैनबेरी खाने से और उसका रस पीने से बचना चाहिए।
, शराब और मुलेठी भी वार्फरिन के प्रभाव को घटाते हैं।
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पल्मोनरी एम्बोलिस्म: रोकथाम और जटिलताएं

पल्मोनरी एम्बोलिस्म – रोकथाम – व्यायाम नियमित करें और उचित वजन बनाए रखें। तरल पदार्थ अधिक मात्रा में पियें। जब आप बैठे हों तो व्यायाम करें। धूम्रपान ना करें।.