रह्युमेटोइड आर्थराइटिस: लक्षण और कारण

रह्युमेटोइड आर्थराइटिस – लक्षण – प्रभावित जोड़ में दर्द, जकड़न, सूजन और पीड़ा। माँसपेशियों में कमजोरी और जोड़ों को घुमाने में कठिनाई।. रह्युमेटोइड आर्थराइटिस – कारण – आरए जोड़ों के कार्टिलेज (उपास्थि) को एंटीबाडी द्वारा पहुँचाई गई क्षति से होता है।.

रह्युमेटोइड आर्थराइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

आरए जोड़ों की सूजन को कहते हैं खासकर हाथों और पैरों की उँगलियों के जोड़ों की सूजन।.

ओस्टियोआर्थराइटिस: रोकथाम और जटिलताएं

ओस्टियोआर्थराइटिस रोकथाम – वजन कम करें यदि आपका वजन अधिक है। नियमित व्यायाम करें। चोटों से बचें। ऐसी गतिविधियों न करें जिनमें किसी खास जोड़ पर अत्यधिक जोड़ पड़ता हो।.

ओस्टियोआर्थराइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

ओस्टियोआर्थराइटिस आहार – लेने योग्य आहार: कैल्शियम युक्त डेरी उत्पाद ओस्टियोआर्थराइटिस से पीड़ित व्यक्ति के लिए अत्यंत आवश्यक होते हैं, जिनमें कम या बगैर वसा का दूध, पनीर और दही आते हैं, विटामिन C से समृद्ध आहार जैसे खट्टे फल, स्ट्रॉबेरी, मिर्च, कीवी, केंटेलूप, हरी-पत्तेदार सब्जियाँ, फूलगोभी, टमाटर, आलू, और अन्नानास। बीटा-कैरोटीन युक्त आहार जैसे लाल, पीले और नारंगी रंग के फल और सब्जियाँ (कद्दू, कन्टेलूप, मिर्च, गाजर) और कई हरी-पत्तेदार सब्जियाँ (पालक, केल, रोमेन लेट्यूस)।

ओस्टियोआर्थराइटिस: लक्षण और कारण

ओस्टियोआर्थराइटिस लक्षण – प्रभावित जोड़ में दर्द, जकड़न, सूजन और पीड़ा। माँसपेशियों में कमजोरी और जोड़ों को घुमाने में कठिनाई।. ओस्टियोआर्थराइटिस कारण – मोटापा। बढ़ी हुई आयु। आनुवंशिकता। चोट।.

ओस्टियोआर्थराइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

ओस्टियोआर्थराइटिस टूट-फूट के कारण हुई जोड़ों की सूजन को कहते हैं। यह सामान्य रूप से वजन सहने वाले जोड़ों (घुटने और कूल्हे) को प्रभावित करता है।.

हाइपोथाइरोइडिसम: प्रमुख जानकारी और निदान

हाइपोथाइरोइडिसम में थाइरोइड ग्रंथि उचित रूप से सक्रिय नहीं होती और आवश्यक मात्रा में थाइरोइड हार्मोन उत्पन्न नहीं करती।.

हाइपोथाइरोइडिसम: लक्षण और कारण

हाइपोथाइरोइडिसम लक्षण – वजन में बढ़ोतरी, थकावट, भूलने की समस्या, सीखने में कठिनाई, उनींदापन. हाइपोथाइरोइडिसम कारण – आयोडीन की कमी, तनाव, अन्य संक्रमण.

हाइपोथाइरोइडिसम: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

हाइपोथाइरोइडिसम आहार – लेने योग्य आहार: भूरा चावल, साबुत अनाज, चोकर, जई, गाजर, प्याज, पालक, एस्पार्गस, एवोकेडो, जैतून का तेल, नारियल का तेल, खुबानी, केले, सूर्यमुखी के बीज और तैलीय मछली, पर्याप्त पानी पियें। आयोडीन से समृद्ध आहार जैसे आयोडीन युक्त नमक, समुद्री सीवार और समुद्री भोजन, नमकीन पानी की मछली, सुशी, नोरी रोल्स, केल्टिक समुद्री नमक।

हाइपोथाइरोइडिसम: रोकथाम और जटिलताएं

हाइपोथाइरोइडिसम रोकथाम – धूम्रपान त्यागें, तनाव कम करें, प्रतिदीन व्यायाम करें और चुस्त रहें, छाना हुआ पानी पियें.