फाइब्रोमाएल्जिया एक ऐसा विकार है जिसको माँसपेशियों और हड्डियों में फैले हुए दर्द, थकान और पीड़ा के अनेक बिन्दुओं द्वारा पहचाना जा सकता है। महिलाओं में यह अधिक आम समस्या है।.
Category: हड्डी और मांसपेशी
फाइब्रोमाएल्जिया (माँसपेशियों, हड्डियों का दर्द): लक्षण और कारण
फाइब्रोमाएल्जिया (माँसपेशियों, हड्डियों का दर्द) – लक्षण – मांसपेशियों में दर्द। थकावट। नींद में कठिनाई। सुबह के समय जकड़न। माँसपेशियों में ऐंठन।. फाइब्रोमाएल्जिया (माँसपेशियों, हड्डियों का दर्द) – कारण – अज्ञात कारण। संक्रमण। अनुवांशिकता। शारीरिक और भावनात्मक आघात।.
क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट): रोकथाम और जटिलताएं
क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट) – रोकथाम – जानकारी लेने के लिये स्वास्थ्य सलाहकारों से मिलें। शराब और धूम्रपान त्यागें। नियमित व्यायाम। चिकित्सा में शीघ्रता दर्द दूर करने में सहायक होती है।.
क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट) – आहार – लेने योग्य आहार: फलियाँ, मेवे, और बीज आहार
, फल और सब्जियाँ
, प्रोटीन
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क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट): लक्षण और कारण
क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट) – लक्षण – थकावट। स्मरण शक्ति और एकाग्रता की हानि। गले में खराश। आपके गले अथवा भुजाओं में बढ़ी हुई लसिका ग्रंथियाँ।. क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट) – कारण – वायरस द्वारा हुए संक्रमण। हार्मोन सम्बन्धी अनियमितताएँ। प्रतिरक्षक तंत्र सम्बन्धी समस्याएँ। पारिवारिक इतिहास।.
क्रोनिक फटीग सिंड्रोम (अत्यधिक थकावट): प्रमुख जानकारी और निदान
क्रोनिक फटीग सिंड्रोम एक ऐसा विकार है जिसमें अत्यधिक थकावट होती है। यह आपकी दैनिक शारीरिक और मानसिक गतिविधियों से और बढ़ जाता है।.
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस: रोकथाम और जटिलताएं
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस – रोकथाम – वजन कम करें यदि आपका वजन अधिक है। नियमित व्यायाम करें। शारीरिक रूप से सक्रिय रहें। चोटों से बचें।.
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस – आहार – लेने योग्य आहार: फल, सब्जियाँ, मेवे, जैतून का तेल, और मछली अधिक मात्रा में खाएँ। छना हुआ पानी अधिक मात्रा में पियें। अदरक, हल्दी और हरी चाय में सूजन को कम करने के गुण होते हैं।
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस: लक्षण और कारण
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस – लक्षण – प्रभावित जोड़ में दर्द, जकड़न, सूजन और पीड़ा। माँसपेशियों में कमजोरी और जोड़ों को घुमाने में कठिनाई।. रह्युमेटोइड आर्थराइटिस – कारण – आरए जोड़ों के कार्टिलेज (उपास्थि) को एंटीबाडी द्वारा पहुँचाई गई क्षति से होता है।.
रह्युमेटोइड आर्थराइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान
आरए जोड़ों की सूजन को कहते हैं खासकर हाथों और पैरों की उँगलियों के जोड़ों की सूजन।.