सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस: लक्षण और कारण

सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस – लक्षण – गर्दन में दर्द। गर्दन में जकड़न। झुनझुनी और असामान्य एहसास।. सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस – कारण – अधिक वजनी होना और व्यायाम ना करना। कार्य गतिविधि। गर्दन की भूतकाल में हुई कोई शल्यक्रिया।.

सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस – आहार – लेने योग्य आहार: सुबह लहसुन की 2-3 कलियाँ खाने से और लहसुन का तेल लगाने से गर्दन के दर्द में शीघ्र छुटकारा मिल सकता है।
, सेब, लहसुन, अदरक और हल्दी ये सभी सूजन कम करते हैं।
, ओमेगा 3 और विटामिन ई से भरे-पूरे आहार जैसे कि तैलीय बीज, मेवे और मछली भी जोड़ों की सूजन से राहत देते हैं।
,

सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस: रोकथाम और जटिलताएं

सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस – रोकथाम – खड़े रहते समय, बैठते समय, कंप्यूटर पर काम करते समय, वाहन चलाते समय, और सोते समय सही शारीरिक भंगिमा रखें। गर्दन की चोट के खतरे को कम करें।.

सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस: प्रमुख जानकारी और निदान

सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस एक आयु सम्बन्धी अपक्षयी विकार है जिसमें गर्दन (सर्वाइकल वर्टिब्रा-गर्दन के निकट मेरुदंड का हिस्सा) के तंतुओं और हड्डियों का असामान्य घिसाव होता है।.

टखने में मोच: रोकथाम और जटिलताएं

टखने में मोच – रोकथाम – व्यायाम और मेहनती कार्य करने के पहले शरीर को वार्म-अप करके तैयार करें। सही ऊँचाई और तरीके के जूते पहनें, ऊँची एड़ी के जूते न पहनें।.

टखने में मोच: प्रमुख जानकारी और निदान

स्प्रेन (मोच) टखनों को सहारा देने वाले स्नायुओं (लिगामेंट्स) में खिंचाव से आने वाली चोट है। टखने के बाहरी तरफ के स्नायु टखने के मुड़ने के कारण सबसे आसानी से चोटग्रस्त होते हैं।.

टखने में मोच: लक्षण और कारण

टखने में मोच – लक्षण – दर्द, सूजना और फूलना, शरीर के प्रभावित हिस्से में गति की हानि. टखने में मोच – कारण – खेल और शारीरिक चुस्ती की गतिविधियाँ। किसी असमतल धरातल पर पैर रखना, या कोणयुक्त जगह से नीचे उतरना।.

टखने में मोच: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

टखने में मोच – आहार – लेने योग्य आहार: प्रोटीन से समृद्ध आहार जैसे पोल्ट्री उत्पाद, फलियाँ, डेरी उत्पाद, सोया और मीट, ये सुनिश्चित करते हैं कि शरीर को उचित मात्रा में प्रोटीन मिले ताकि चोटग्रस्त टखना ठीक हो सके।
, चोट सुधार की प्रक्रिया में शरीर की सहायता हेतु मछली बढ़िया आहार है।
, टखने की चोट को ठीक करने के लिए डेरी उत्पाद बहुत अच्छे होते हैं।
,

गठिया: रोकथाम और जटिलताएं

गठिया रोकथाम – नियमित व्यायाम द्वारा वजन पर नियंत्रण, शराब का सीमित सेवन, प्यूरिन्स की अधिक मात्रा वाले मीट और मछली युक्त आहार को सीमित करना.

गठिया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

गठिया आहार – लेने योग्य आहार: चेरीस में अन्थोसायनीडीन्स होते हैं जो यूरिक एसिड को घटाने में सहायक हैं. प्रतिदिन एक कप चेरीस, ताज़ी या डिब्बाबंद, खानी चाहिए. स्ट्रॉबरीस और ब्लूबेरीज भी लाभकारी होती हैं. सेब का सिरका, नीबू का रस, हल्दी, अदरक, केले, अन्नानास, बेरीज, अजमोदा, अंकुरित अल्फाल्फा और अजमोदा बीज ये सभी पोषक तत्व, एंजाइमस और अन्य गठिया-रोधी तत्व प्रदान करते हैं. पोटैशियम की अधिक मात्रा वाले आहार, जैसे कि डेरी उत्पाद, खरबूज, केले या संतरे का रस.