लकवा (पैरालिसिस) – रोकथाम – बीपी और कोलेस्ट्रॉल स्तर नियंत्रित करें। गर्भावस्था में उचित देखभाल। नियमित व्यायाम। उचित आहार।.
Category: दिमाग और तंत्रिका
लकवा (पैरालिसिस): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
लकवा (पैरालिसिस) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: विटामिन बी काम्प्लेक्स जैसे नायसिन और विटामिन बी12 युक्त भोज्य पदार्थ।
, वसीय अम्ल युक्त आहार जैसे केले, फलियाँ, दालें, पोषक खमीर, आलू, कद्दू के बीजों का तेल, अखरोट, संतरे, हरी सब्जियाँ, और कम वसा युक्त दूध
, कम और बार-बार खाना और आहार की कम मात्रा।
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लकवा (पैरालिसिस): लक्षण और कारण
लकवा (पैरालिसिस) – लक्षण – अनुभव करने, गति करने, मूत्र पर नियंत्रण और मलत्याग पर नियंत्रण की शक्ति की हानि। माँसपेशियों का सख्त होना, झुनझुनी और सनसनाहट, दर्द। दिखाई देने में अवरोध, बोलने में कठिनाई. लकवा (पैरालिसिस) – कारण – तंत्रिका तंत्र को क्षति। मस्तिष्क आघात, ट्यूमर, और शारीरिक आघात। विकिरण, चिकित्सीय स्थितियाँ.
लकवा (पैरालिसिस): प्रमुख जानकारी और निदान
लकवा (पैरालिसिस) एक या अधिक माँसपेशियों को संचालित करने की क्षमता की हानि को कहते हैं जिसके कारण अनुभव करने में और अन्य शारीरिक कार्यों में भी अक्षमता उत्पन्न होती है।.
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन): रोकथाम और जटिलताएं
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) – रोकथाम – स्वच्छ रहें। टीका लगवाएँ, प्रदूषण से बचें। मच्छर रोधियों का प्रयोग करें।.
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार ऑक्सीकरण रोधी से भरपूर आहार में फलों (जैसे ब्लू बेरी, चेरी और टमाटर), और सब्ज़ियों (बेलें जैसे कद्दू, खीरा, लौकी, इत्यादि) का सेवन करें। भोजन में स्वास्थय-वर्धक तेलों का उपयोग करें, जैसे जैतून का तेल या वनस्पति तेल जैसे सोयाबीन, सूरजमुखी, इत्यादि साबुत अनाज की रोटी और दलिया खाए। एक दिन में फलों और सब्जियों के कम से कम 5 सर्विंग्स खाए; अलग-अलग रंगों की चीजें खाने से कई पोषक तत्व मिलते हैं। बिना चर्बी वाला मांस खाए। इनसे परहेज करे चाय और कॉफी लाल मांस नमकीन, मीठा और वसायुक्त खाद्य पदार्थों का सेवन सीमित करें परिष्कृत खाद्य पदार्थों से बचे, जैसे सफेद ब्रेड, पास्ता, और विशेष रूप से चीनी।
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन): लक्षण और कारण
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) – लक्षण – बुखार, सिरदर्द, झटके, प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता। बोलने में असमर्थता। जकड़ी हुई गर्दन। दृष्टि हीनता। जोड़ों में दर्द।. एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन) – कारण – खासतौर पर वायरस द्वारा लेकिन बैक्टीरिया, प्रोटोजोआ और फफूंद के संक्रमण से भी हो सकता है। प्रदूषण द्वारा फैलता है।.
एनसिफेलाइटिस (मस्तिष्क की सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान
एनसिफेलाइटिस मस्तिष्क की सूजन को कहते हैं।.
व्याकुलता विकार (एंग्जायटी डिसऑर्डर): रोकथाम और जटिलताएं
व्याकुलता विकार (एंग्जायटी डिसऑर्डर) – रोकथाम – शराब और अन्य ड्रग से बचें। समय प्रबंधन की प्रक्रियाएँ सीखें। धूम्रपान और कॉफ़ी पीने से परहेज।.
व्याकुलता विकार (एंग्जायटी डिसऑर्डर): लक्षण और कारण
व्याकुलता विकार (एंग्जायटी डिसऑर्डर) – लक्षण – सोने में कठिनाई। ठन्डे पसीना युक्त हाथ और/या पैर। श्वसनहीनता। पेल्पिटेशंस।. व्याकुलता विकार (एंग्जायटी डिसऑर्डर) – कारण – जैविक कारण। तनाव सम्बन्धी कारण। चिकित्सीय कारण।.