व्याकुलता विकार (एंग्जायटी डिसऑर्डर) – आहार – लेने योग्य आहार: साबुत अनाज के आहार।
, समुद्री आहार।
, बादाम।
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Category: दिमाग और तंत्रिका
व्याकुलता विकार (एंग्जायटी डिसऑर्डर): प्रमुख जानकारी और निदान
एक विशेष प्रकार का सामान्य मानसिक विकार जिसे अत्यधिक चिंता, असहजता, और भविष्य की अनिश्चितताओं का भय द्वारा समझाया जा सकता है।.
ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना) – आहार – लेने योग्य आहार: कार्बोहायड्रेट अधिक मात्रा में लें जिनमें ब्रेड, दलिया, अनाज और पास्ता आते हैं।
, तरल पदार्थ अधिक पीएँ।
, विटामिन E और खनिज तत्व जैसे सेलेनियम।
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ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना): रोकथाम और जटिलताएं
ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना) – रोकथाम – कार्बोहायड्रेट से समृद्ध आहार अधिक मात्रा में लें। विश्राम करें और तरल पदार्थ अधिक मात्रा में पीएँ।.
ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना): लक्षण और कारण
ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना) – लक्षण – भूख में कमी, थकावट या कमजोरी, सिर घूमना, नींद ना आना, पिन और सुइयाँ. ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना) – कारण – अधिक ऊँचाई पर हवा का कम दबाव और ऑक्सीजन की घटी हुई मात्रा ऊँचाई की बीमारी के लक्षण उत्पन्न करते हैं।.
ऊँचाई की बीमारी (पहाड़ों पर जी मिचलाना): प्रमुख जानकारी और निदान
अधिक ऊँचाई का रोग, मनुष्यों को ऊँचे स्थानों पर होने वाला प्रभाव है, जो अधिक ऊँचाई पर ऑक्सीजन की कम मात्रा के कारण होता है।.
माइग्रेन: रोकथाम और जटिलताएं
माइग्रेन रोकथाम – धूम्रपान बिलकुल नहीं करें, तनाव कम करें, नियमित व्यायाम करें, माइग्रेन की चपेट में लाने वाली चीजों से बचें।.
माइग्रेन: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
माइग्रेन आहार – लेने योग्य आहार: चावल, खासकर भूरे चावल, पकी हुई हरी सब्जियाँ जैसे ब्रोकोली, पालक, स्विस चार्ड या कोलार्ड, पकी हुई नारंगी रंग वाली सब्जियाँ जैसे गाजर या शकरकंद,
माइग्रेन: लक्षण और कारण
माइग्रेन लक्षण – सिर में फड़कता हुआ दर्द, प्रकाश, ध्वनि और गंध के प्रति संवेदनशीलता, मतली या उल्टी, पसीना. माइग्रेन कारण – अनुवांशिकता, चमकीला प्रकाश, तेज आवाजें, और कुछ खास गंध अथवा परफ्यूम, तनाव और बेचैनी.
माइग्रेन: प्रमुख जानकारी और निदान
माइग्रेन सिरदर्द का एक प्रकार है जो एक तरफ होता है और मस्तिष्क में तंत्रिका तंत्र के विकार के कारण होता है।.