एम्फायसेमा (फेफड़ों में अवरोध) – आहार – लेने योग्य आहार: कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, खनिजों, विटामिनों, रेशे और जल से युक्त स्वास्थ्यवर्धक आहार।
, एम्फायसेमा से पीड़ित व्यक्तियों के लिए सोडियम की कम मात्रा से युक्त चिकन सूप विशेष रूप से लाभकारी होता है। क्योंकि चिकन में सिस्टीन होता है, यह आपके शरीर से अतिरिक्त बलगम निकालता है। सिस्टीन के अतिरिक्त भोज्य स्रोतों में गेहूँ की बाली, लाल शिमला मिर्च, लहसुन, प्याज, ब्रोकोली और ब्रसेल्स स्प्राउट्स हैं।
, जैतून का तेल पित्ताशय और बड़ी आंत से अनुपयोगी पदार्थ और आँव को निकालने में सहायता करता है।
,
Category: सांस और फेफड़े
एम्फायसेमा (फेफड़ों में अवरोध): प्रमुख जानकारी और निदान
एम्फायसेमा फेफड़ों का दीर्घकालीन, बढ़ते जाने वाला रोग है और तब उत्पन्न होता है जब हवा के आने-जाने के मार्ग (अल्वेओली) की दीवारें, अपने भीतर से होकर गुजरने वाली सूक्ष्म रक्तवाहिनियों के साथ, नष्ट हो जाती हैं।.
एटिलेक्टेसिस: प्रमुख जानकारी और निदान
एटिलेक्टेसिस हवा के लिए फेफड़ों में पाई जाने वाली थैलीनुमा रचना, जिसे अल्वेओली कहते हैं, का आंशिक या पूर्ण रूप से नष्ट हो जाने का नाम है।.
एटिलेक्टेसिस: लक्षण और कारण
एटिलेक्टेसिस लक्षण – साँस की गति तेज होना। साँस में कमी (डिस्निया)। उथली सांसें लेना। खाँसना।. एटिलेक्टेसिस कारण – एटिलेक्टेसिस हवा आने वाले मार्ग (ब्रोंकस या ब्रोंकिओल्स) में होने वाले अवरोध से या फेफड़े के बाहर से दबाव पड़ने पर उत्पन्न होता है। यह शल्यक्रिया के बाद या अस्पताल में भर्ती मरीजों में अत्यंत आम है।.
एटिलेक्टेसिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
एटिलेक्टेसिस आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: प्रतिदिन कम से कम 8 गिलास पानी या अन्य तरल पदार्थ लेने से फेफड़ों के स्राव को पतला करने में सहायता मिलती है जिससे उन्हें खांसकर बाहर निकालना सरल होता है। लहसुन में सूजनरोधी और जीवाणुरोधी गुण होते हैं जिनका प्रयोग फेफड़ों के उपचार हेतु किया जा सकता है। प्रतिदिन प्रातःकाल 3 से 4 सूखे हुए अंजीर खाना चाहिए क्योंकि सूखे अंजीर प्रतिरक्षक तंत्र को मजबूत करने के लिए बढ़िया होते हैं।
एटिलेक्टेसिस: रोकथाम और जटिलताएं
एटिलेक्टेसिस रोकथाम – धूम्रपान बंद करें। शराब सीमित मात्रा में लें। गहरे श्वास वाले व्यायाम करें।.
स्लीप एप्निया: रोकथाम और जटिलताएं
स्लीप एप्निया – रोकथाम – स्वास्थ्यवर्धक भोजन लें। नियमित व्यायाम करें और उचित वजन बनाए रखें। धूम्रपान त्यागें।.
स्लीप एप्निया: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
स्लीप एप्निया – आहार – लेने योग्य आहार: ताजे फल और सब्जियाँ तथा साबुत अनाज अधिक मात्रा में लें। कम वसायुक्त डेरी उत्पाद। स्वास्थ्यवर्धक वसा जैसे जैतून का तेल।
स्लीप एप्निया: लक्षण और कारण
स्लीप एप्निया – लक्षण – उनींदापन या दिन के समय की सजगता में कमी। सुबह के समय सिरदर्द होना। एकाग्र होने में असमर्थ होना। चिड़चिड़ाहट का अनुभव होना।. स्लीप एप्निया – कारण – स्लीप एप्निया उत्पन्न करने वाले कारकों में हैं: वजन का अधिक होना। ठोड़ी का गड्ढेनुमा होना। छोटा जबड़ा या जबड़े के ऊपरी हिस्से का अधिक बड़ा होना। उम्र का बढ़ना.
स्लीप एप्निया: प्रमुख जानकारी और निदान
स्लीप एप्निया एक सामान्य विकार है जिसमें नींद के दौरान श्वास में एक या कई अवरोध होते हैं या सांसें उथली होती हैं।.