एलोपीशिया (बाल झड़ना) क्या है?
एलोपीशिया बाल झड़ने हेतु उपयोग किया जाने वाला सामान्य चिकित्सीय शब्द है। अक्सर बाल वापस उग आते हैं लेकिन फिर झड़ जाते हैं। कभी-कभी बाल झड़ना वर्षों तक जारी रहता है।
एलोपीशिया संक्रामक नहीं होता। प्रतिरक्षक तंत्र रोम कूपों (जहाँ बालों की जड़ होती है) पर आक्रमण करता है, जिससे बाल झड़ते हैं।
बाल झड़ने के कारण और लक्षण
- बाल झड़ने का आम रूप पुरुषों का गंजत्व है। इस प्रकार का गंजत्व हार्मोन के प्रभावों से होता है। इसे एंड्रोजेनिक या एंड्रोजेनिक एलोपीशिया भी कहा जाता है क्योंकि रोग का कारण पुरुष यौन हार्मोन के एंड्रोजन्स में छिपा होता है। इसमें सिर पर बालों के पतले होते जाने के साथ बालों के पीछे हटते जाने का एक विशिष्ट तरीका होता है।
- महिलाओं का गंजत्व-सिर के ऊपरी हिस्से में बाल पतले होते जाते हैं।
- एलोपीशिया एरिएटा-इसे टुकड़ों में गंजत्व कह सकते हैं क्योंकि इसमें गंजेपन के हिस्से आते-जाते रहते हैं। यह आमतौर पर किशोरों और युवाओं को प्रभावित करता है लेकिन यह किसी भी आयु के व्यक्ति को हो सकता है। एलोपीशिया एरिएटा सामान्यतया प्रतिरक्षक तंत्र की समस्या से उत्पन्न होता है। कभी-कभी यह परिवारों में फैलता जाता है।
- स्केरिंग एलोपीशिया-यह मुख्यतः त्वचा पर स्थित किसी दाग या निशान होने के बाद होता है। इस प्रकार के एलोपीशिया को साईकेट्रीशियल एलोपीशिया कहते हैं। इसमें बालों को धारण करने वाले रोमकूप पूरी तरह नष्ट हो जाते हैं। इसका मतलब यह है कि प्रभावित क्षेत्रों पर अब फिर से बाल नहीं उगेंगे।
- एनाजेन एफ्लुवियम अधिक विस्तृत रूप से बाल झड़ने वाला रोग है जो सिर के अतिरिक्त पूरे शरीर को प्रभावित करता है। सामान्यतया यह कैंसर के लिए की जाने वाली कीमोथेरेपी से फैलता है।
- टीलोजन एफ्लुवियम-इसमें छोटे-छोटे स्थानों के बाल गिरने की बजाय पूरे शरीर के बाल कम होते जाते हैं। यह कुछ औषधियों के तनाव से हो सकता है।
रोग अवधि
अक्सर एलोपीशिया के मंद मामले उचित आहार और जीवन शैली के साथ कुछ महीनों में अपने आप ही ठीक हो जाते हैं। कई लोगों के बाल वर्षों तक झड़ते और उगते रहते हैं। कुछ मामलों में, बाल रहित हिस्सों का आना और जाना कई महीनों और सालों तक होता है। बाल रहित हिस्से या हिस्सों का आकार और वे कब तक रहेंगे, ये परिवर्तनीय होता है। यदि सिर का आधे से अधिक हिस्सा प्रभावित है और कोई उपचार नहीं किया जा रहा तब 10 में 8 मौकों पर एक साल में बालों के पूरी तरह विकसित होने के अवसर होते हैं। अत्यधिक तीव्र बाल झड़ने की स्थिति में बालों के फिर से विकसित होने के अवसर कम होते हैं।जाँच और परीक्षण
एलोपीशिया का निर्धारण शारीरिक परीक्षण, पारिवारिक और चिकित्सीय इतिहास के आधार पर किया जाता है। एलोपीशिया के कारणों के निर्धारण के लिए कुछ अन्य जाँचें भी की जाती हैं, जिनमें हैं:- बालों को खींचना; जिसमें कई बालों को खींचकर ये देखा जाता है कि कितने बाल निकलते हैं।
- सिर से त्वचा खुरचकर त्वचा और बालों के नमूने लिए जाते हैं, जिससे बाल झड़ने का कारण कोई संक्रमण है ये पता लगाया जा सके।
- पंच बायोप्सी में त्वचा की भीतरी परतों से छोटा टुकड़ा निकाला जाता है (आमतौर पर यह जाँच तब की जाती है जब रोग निर्धारण में कठिनाई हो)।
- स्क्रीनिंग जाँच ये जानने के लिए कि कहीं अन्य कोई रोग बाल झड़ने का कारण तो नहीं हैं।
डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1. एलोपीशिया क्या है?
एलोपीशिया बाल झड़ने हेतु उपयोग किया जाने वाला सामान्य शब्द है। यह त्वचा के किसी भी बाल युक्त स्थान पर हो सकता है।
Q2. क्या एलोपीशिया संक्रामक होता है?
एलोपीशिया संक्रामक नहीं होता। यह तंत्रिकाओं के कारण नहीं होता। एलोपीशिया में प्रतिरक्षक तंत्र रोम कूपों (जहाँ बालों की जड़ होती है) पर आक्रमण करता है, जिससे बाल झड़ते हैं।
Q3.एलोपीशिया से ठीक होने में कितना समय लगता है?
अक्सर एलोपीशिया के मंद मामले उचित आहार और जीवन शैली के साथ कुछ महीनों में अपने आप ही ठीक हो जाते हैं। कई लोगों के बाल वर्षों तक झड़ते और उगते रहते हैं।
कुछ मामलों में, बाल रहित हिस्सों का आना और जाना कई महीनों और सालों तक होता है। बाल रहित हिस्से या हिस्सों का आकार और वे कब तक रहेंगे, ये परिवर्तनीय होता है।
यदि सिर का आधे से अधिक हिस्सा प्रभावित है, और कोई उपचार नहीं किया जा रहा, तब 10 में 8 मौकों पर एक साल में बालों के पूरी तरह विकसित होने के अवसर होते हैं।
अत्यधिक तीव्र बाल झड़ने की स्थिति में बालों के फिर से विकसित होने के अवसर कम होते हैं।
Q4.एलोपीशिया के बचाव के लिए व्यक्ति को किस प्रकार के आहार की सलाह दी जानी चाहिए?
कुपोषण या आहार की कमी से उत्पन्न एलोपीशिया को रोकने के लिए विटामिन, आयरन, प्रोटीन, बायोटिन सहित उचित संयुक्त आहार लिया जाना चाहिए। पशुजन्य वसा और एसिड उत्पन्न करने वाले आहार की अधिक मात्रा नहीं लेना चाहिए।
Q5. बालों का झड़ना कम करने के लिए व्यक्ति को क्या करना चाहिए?
बालों के स्प्रे, जेल और क्रीम का प्रयोग कम करें क्योंकि इनमें तीव्र रासायनिक तत्व होते हैं, जो कि सिर की त्वचा को शुष्क करते हैं और पपड़ी बनाने में सहायक होते हैं। इसके अलावा कड़े प्रयोग जैसे पर्म करना, रंग करना और रिलेक्सर का प्रयोग आपके बालों की सेहत पर प्रभाव डालता है।
अपने शैम्पू और कंडीशनर बार-बार ना बदलें। किसी अच्छे मंद क्लींजिंग शैम्पू को अपनाएँ और बदलने से पहले छः माह तक प्रयोग करें।
बिना उचित सुरक्षा के सूर्य, प्रदूषण, बारिश का पानी और धूल का सामना करने से बाल सूखे, भंगुर और कमजोर होते हैं। वर्षा के समय बालों की और सिर की नमी से सुरक्षा के लिए मंद कंडीशनर का प्रयोग करें और उन्हें धोकर भली प्रकार तेल लगाएँ ताकि सिर की त्वचा स्वस्थ बनी रहे।
अपने बालों की देखभाल सावधानी से करें, जब संभव हो इन्हें हवा में सुखाएं।
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