घ्राणहीनता – सूंघ न पाना क्या है?
एनोस्मिया (घ्राणहीनता) सूंघने की शक्ति की आंशिक अथवा पूर्ण हानि है। आमतौर पर यह गंभीर नहीं होता, लेकिन यह व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। यह संभव है कि एनोस्मिया से ग्रस्त व्यक्ति भोजन का स्वाद भी ना ले पाएँ. भोजन में उनकी रूचि खो सकती है. इसके कारण वजन में कमी और कुपोषण हो सकता है. एनोस्मिया ग्रस्त लोगों को थोड़ी निराशा भी हो सकती है क्योंकि वे आनंददायी भोजन को सूंघने अथवा खाने में समर्थ नहीं होते।
रोग अवधि
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बढ़ती आयु के कारण होने वाली घ्राण क्षमता की कमी ठीक नहीं हो सकती।
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सर्दी अथवा नाक की एलर्जी से होने वाली घ्राण शक्ति की कमी अपने आप ही कुछ दिनों बाद ठीक हो जाती है।
- एक आम मान्यता है कि एनोस्मिया यदि ठीक होना हो तो अधिकतर लोगों में यह शुरुआती तीन महीनों में ही ठीक हो जाता है और कुछ लोगों में सालों लग जाते हैं।
जाँच और परीक्षण
एनोस्मिया का निर्धारण विस्तृत इतिहास लेकर, रोगी का परीक्षण करके और कुछ जाँचों के द्वारा होता है जिनमें-
सीटी स्केन
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एमआरआई स्केन
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नाक की एंडोस्कोपी
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सूंघने की नस की जाँच
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खोपड़ी का एक्स-रे
डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1. क्या नाक के अन्दर स्प्रे का प्रयोग करने से घ्राण हीनता हो सकती है?वायरस द्वारा उत्पन्न ऊपरी श्वसन तंत्र के संक्रमण के लिए नाक के अन्दर जिंक युक्त जेल अथवा स्प्रे का प्रयोग सूंघने की शक्ति को घटाने के लिए एक कारण माना गया है। घ्राणहीनता इसके अत्यधिक उपयोग के कारण होती है।
Q2. क्या घ्राणहीनता अनुवांशिक है?
केलमैन सिंड्रोम एक्स-श्रृंखला विकार है, जो केएएल1 जीन, जो एनोस्मिन को रेखांकित करता है, में परिवर्तन के कारण होता है। एनोस्मिन एक प्रोटीन है जो सूंघने के बल्ब और जीएनआरएच-उत्पन्न करने वाले न्यूरॉन के पूर्ववर्ती तंत्रिकाओं के विस्थापन में मध्यस्थ होता है। इन लोगों में जीएनआरएच की कमी होती है साथ ही एनोस्मिया या हाइपोस्मिया, गुर्दे की बीमारी, तंत्रिकाओं की असामान्यता आदि में से कोई एक या मिश्रित रोग होते हैं। यह समस्या दुर्लभ है और यह महिलाओं में तथा आनुवंशिक होती है।
Q3.घ्राण हीनता की समस्याएँ क्या हैं?
घ्राणहीनता से ग्रस्त लोग भोजन में और खाने में दोनों में रूचि खो देते हैं। इसके कारण कुपोषण और वजन में कमी हो सकती है।
Q4. घ्राण हीनता का इलाज कैसे होता है?
इलाज कारण पर निर्भर करता है. यदि कमी सर्दी, एलर्जी, या साइनस के संक्रमण से है तो यह अपने आप ही कुछ दिनों में चली जाती है। यदि सर्दी और एलर्जी के लक्षण शांत हो जाने के बाद भी सूंघने की क्षमता में कमी बनी हुई है तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
नाक में अवरोध के कारण हुई कमी को नाक के भीतर के अवरोध को हटाकर ठीक किया जाता है. इस प्रक्रिया में होने वाली शल्यक्रिया से नाक के भीतर की परत में हुई वृद्धि, नाक की हड्डी को सीधा करना या नाक के भीतर स्थित छिद्रों को साफ़ किया जाता है।
वृद्ध लोग में घ्राण शक्ति की स्थायी हानि की संभावनाएं बहुत ज्यादा होती है।
जन्मजात घ्राण हीनता से ग्रस्त लोगों के लिए वर्तमान में कोई चिकित्सा नहीं है।
आंशिक घ्राण हीनता से ग्रस्त रोगी अपने भोजन का आनंद लेने के लिए भोजन में तीव्र गंध वाले तत्वों का प्रयोग कर सकते हैं।