अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द): प्रमुख जानकारी और निदान

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द) क्या है?

अर्थ्रेल्जिया शब्द का अर्थ है जोड़ों का दर्द। दर्द एक या अधिक जोड़ों में हो सकता है। यह यूनानी भाषा के दो शब्दों अर्थ्रो-जोड़ और अल्गोस-दर्द से मिलकर बना है। जोड़ उस स्थान को कहा जाता है जहाँ दो या अधिक हड्डियाँ या जोड़ आपस में मिलते हैं। हमारी कलाइयों या कोहनियों के जोड़, घुटनों के जोड़, पीठ, कूल्हा, टखना, गर्दन या कन्धे के जोड़ को खतरा अधिक होता है।
अर्थ्रेल्जिया या जोड़ का दर्द किसी भीतरी रोग का लक्षण होता है, यह स्वयं में कोई रोग नहीं है जिसकी चिकित्सा हो सके।

रोग अवधि

हल्का या मंद अर्थ्रेल्जिया उचित घरेलू चिकित्सा द्वारा एक सप्ताह में बेहतर हो जाता है, गंभीर मामलों, जहाँ चिकित्सीय सतर्कता की आवश्यकता होती है, यह रोग के भीतरी कारण और दी गई चिकित्सा पर निर्भर करता है।

जाँच और परीक्षण

रोगी के शारीरिक परीक्षण और चिकित्सीय इतिहास को जानने के बाद डॉक्टर निम्न की सलाह दे सकते हैं:
  • रक्त परीक्षण
  • जोड़ों के द्रव का विश्लेषण।
  • आकृति आधारित जाँचें (एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, या एमआरआई स्कैन)।

डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब

Q1. अर्थ्रेल्जिया क्या है?
शब्द “अर्थ्रेल्जिया” सभी तरह के जोड़ों के दर्द का सूचक है। अर्थ्रेल्जिया या जोड़ का दर्द किसी भीतरी रोग का लक्षण होता है, यह स्वयं में कोई रोग नहीं है जिसकी चिकित्सा हो सके। अर्थ्रेल्जिया यांत्रिक कारण से, बार-बार दोहराव वाले कार्य के परिणामस्वरूप, सूजन से, और इस प्रकार के मामले जहाँ ये सुबह जागने के साथ या जोड़ की जकड़न के साथ जुड़ा होता है। दर्द एक या अधिक जोड़ों में हो सकता है। यह यूनानी भाषा के दो शब्दों अर्थ्रो-जोड़ और अल्गोस-दर्द से मिलकर बना है।

Q2. इसके लक्षण क्या हैं?
अर्थ्रेल्जिया का प्राथमिक लक्षण है जोड़ का दर्द। यह दर्द तीखा, धीमा, चुभनयुक्त, जलनयुक्त, या फड़कता हुआ हो सकता है. यह मंद से तीव्र हो सकता है। जोड़ का दर्द एकाएक उत्पन्न हो सकता है या उत्पन्न होकर समय से साथ बदतर हो सकता है। साथ के अन्य लक्षणों में हैं: जलन का एहसास, खुजली का एहसास, झुनझुनी, दर्द या पीड़ा, लालिमा, गर्मी या सूजन, गति की कमी (जोड़ों के घूम सकने की क्षमता), जकड़न, सनसनाहट या अन्य असामान्य एहसास।

Q3. किसी के अर्थ्रेल्जिया से पीड़ित होने पर क्या करना चाहिए?
पर्याप्त आराम करना और विश्रांति देना जोड़ों के दर्द को कम करने के बेहतर तरीकों में से है। यदि दर्द अत्यधिक है, स्पलिंट या ब्रेस की सहायता से उसे हिलने-डुलने से रोकें। ठंडा तापमान रक्त संचार घटाता है, और इसलिए ऊतकों की सूजन भी घटती है। प्रत्येक घंटे में प्रभावित क्षेत्र पर 15 मिनट के लिए बर्फ का पैक लगाएँ, ऐसा दिन में कई बार करें।

Q4. किसी व्यक्ति को डॉक्टर से संपर्क कब करना चाहिए?
डॉक्टर से संपर्क करें यदि आपको जोड़ में तीव्र दर्द है, जोड़ को घुमाने-फिराने में कष्ट है, जोड़ में दर्द के साथ बुखार है, दर्द 3 दिनों से अधिक समय से है, जोड़ के आसपास लालिमा, सूजन, गर्मी और पीड़ा बनी हुई है या जोड़ विकृत प्रतीत हो रहा है।



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