परहेज और आहार
लेने योग्य आहार- फल और सब्जियां अधिक मात्रा में खाएं
- ओमेगा-3 फेटी एसिड्स युक्त आहार लें जो कि सैलमन, ट्यूना और सारडाइन मछलियों में पाया जाता है और कुछ वनस्पति स्रोत जैसे कि अलसी जिनमें स्वास्थ्य के लिए कई लाभकारी तत्व माने जाते हैं.
- अस्थमा के रोगियों के लिए कहे गए सबसे लाभकारी आहारों में: एवोकेडो, गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, केल, ब्रोकोली स्प्राउट, शकरकंद, अदरक, हल्दी, लहसुन, प्याज़, सेब, मेवे, टमाटर आदि हैं
- अस्थमा पीड़ित रोगियों को ऐसे आहार जिनमें परिरक्षक जैसेकि सल्फाईट्स आदि हों उनसे बचना चाहिए. उन्हें केफीन, नमक और शक्कर से भी बचना चाहिए
- डेरी प्रोडक्ट्स से भी बचा जाना चाहिए, क्योंकि वे उत्तेजक का कार्य करके बलगम बनाते हैं. अन्य आहार जो बलगम की उत्पत्ति बढ़ाते हैं उनमें: केला, दही, पपीता, चावल और शक्कर हैं. इन वस्तुओं को लेना कम कर देना चाहिए.
- सूखे आहार नहीं लेना चाहिए क्योंकि वे पचने में भारी होते हैं. ऐसे आहार लेते समय, गले को कष्ट होता है और अस्थमा के लक्षण बिगड़ जाते हैं
योग और व्यायाम
- बावजूद इसके कि एरोबिक गतिविधि से अस्थमा बढ़ सकता है, व्यायाम कई अस्थमा रोगियों के लिए वांछनीय विकल्प है
- जिन गतिविधियों में कम, रुक-रुक कर जोर पड़ता है जैसेकि वोलीबाल, जिम्नास्टिक और कुश्ती, वे आमतौर पर अस्थमा के लक्षण वाले रोगियों के लिए आसान होते हैं
- तैराकी जो कि शारीरिक क्षमता की तगड़ी परीक्षा लेने वाला खेल है, वह भी अस्थमा पीड़ित कई रोगियों द्वारा आसानी से होता है क्योंकि यह आमतौर पर गर्म, नमी भरे वातावरण में किया जाता है. यह शारीरिक फिटनेस को बनाये रखने के लिए भी जोरदार कार्य है.
- अस्थमा से ग्रस्त रोगियों के लिए अन्य लाभकारी गतिविधियों में आउटडोर और इंडोर दोनों प्रकार की बाइकिंग, एरोबिक्स, पैदल चलना, या ट्रेडमिल पर दौड़ना आदि हैं
- प्रदूषण युक्त वातावरण या ठंडी और सूखी हवा में व्यायाम करने से बचें
अस्थमा के लिए उपयोगी पाए गए योग के कुछ व्यायामों में हैं:
- बद्धकोण आसन watch video
- वीरासन watch video
- सर्वांगासन watch video
- ताड़ासन watch video
- योग की एक और शक्तिशाली प्रक्रिया जो कि अस्थमा और अन्य श्वास रोगों में सहायक और लाभकारी है, वह है प्राणायाम watch video
घरेलू उपाय (उपचार)
- अस्थमा के लिए एक कार्य योजना बनाना और उसका पालन करना चाहिए.
- उन चीजों से बचना जो अस्थमा की स्थिति और बिगाडती हैं.
- अपने डॉक्टर के साथ मिलकर उन स्थितियों को ठीक करना जो अस्थमा के इलाज में बाधक हो सकती हैं
- अपने लक्षणों का रिकॉर्ड रखना, पीक फ्लो मीटर के उपयोग से अपना पीक फ्लो नंबर जांचना, और अस्थमा की जाँच नियमित करवाना.