लक्षण
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आपके लिए मूत्रत्याग आरम्भ करना कठिन होता है।
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मूत्र का प्रवाह कमजोर हो जाता है।
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मूत्र रुक-रुक कर आना।
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मूत्र का बार-बार आना, खासकर रात्रि में (नोक्चुरिया)।
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मूत्रत्याग की बार-बार और तुरंत आवश्यकता होना।
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आपका मूत्राशय पूरी तरह खाली ना होना।
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मूत्र में रक्त होना।
- आपकी पौरुष ग्रंथि के आकार का ये अर्थ नहीं है कि आपके लक्षण ख़राब होंगे।
कारण
पौरुष ग्रंथि के बढ़ने के कारण अज्ञात हैं, लेकिन ये उम्र के साथ शरीर में होने वाले हार्मोन परिवर्तन के स्तर से जुड़े हैं।यह मूत्राशय की पथरी और मूत्र मार्ग के संक्रमण से जुड़े हैं।
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