सेलुलाइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

सेलुलाइटिस क्या है?

सेलुलाइटिस त्वचा की सबसे गहरी परत (डर्मिस) और त्वचा के ठीक नीचे स्थित वसा और ऊतकों की भीतरी परत (सबक्यूटेनियस ऊतकों) का संक्रमण है। यह फैलने वाला संक्रमण है जिसकी शुरुआत आमतौर पर त्वचा पर पीड़ा के छोटे क्षेत्र, सूजन और लालिमा से होती है।
पैरों के निचले हिस्से की त्वचा सबसे सामान्य रूप से प्रभावित होती है, यद्यपि सेलुलाइटिस आपके शरीर या चेहरे के किसी भी हिस्से पर हो सकता है।

रोग अवधि

एंटीबायोटिक लेने के 7 से 10 दिनों के भीतर सेलुलाइटिस चला जाता है। यदि सेलुलाइटिस अधिक गंभीर है तो लम्बे उपचार की आवश्यकता होती है। यदि आपको दीर्घकालीन रोग हैं या आपका प्रतिरक्षक तंत्र भलीभांति कार्य नहीं कर रहा तो ऐसा हो सकता है।
पैरों में फफूंद (फंगल) के संक्रमण से ग्रस्त लोगों में बार-बार लौट आने वाला सेलुलाइटिस होता है।

जाँच और परीक्षण

सेलुलाइटिस का निर्धारण दिखाई देने वाले लक्षणों पर होता है। यदि पीपयुक्त फुंसियाँ, पपड़ी या भंगुरता उपस्थित है, तो कल्चर परीक्षण हेतु एक फाहा लिया जाता है। श्वेत रक्त कणिकाओं की बढ़ी हुई स्थिति को दर्शाने के लिए संपूर्ण रक्त परीक्षण किया जाता है। रोगी को अत्यंत तेज बुखार होने की स्थिति में या अत्यंत रोग होने की स्थिति में रक्त का कल्चर परीक्षण करवाना उपयोगी होता है।



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