परहेज और आहार
लेने योग्य आहार- घुटने के मित्रवत फलों में विटामिन सी की प्रचुर मात्रा से युक्त फल, जैसे कीवी, संतरे, आम, ग्रेपफ्रूट, और पपीता हैं। फलों में उपस्थित विटामिन सी घुटने की और सहायक रचनाओं की रक्षा करता है।
- मछली में पाए जाने वाला ओमेगा 3 फैटी एसिड ना केवल ओस्टियोआर्थराइटिस में उत्पन्न होने वाली सूजन को कम करता है, बल्कि घुटने की उपास्थि को क्षति पहुँचाने वाले प्रोटीन को भी अवरुद्ध करता है। इसलिये सप्ताह में दो बार तैलीय मछली (जैसे मैकरील या सैलमन) लें।
- कैल्शियम और विटामिन डी की पर्याप्त मात्रा से यूक्त पोषक आहार लें, जो कि आपके शरीर को कैल्शियम के अवशोषण में सहायता करता है। डेरी उत्पादों जैसे दूध, पनीर और दही; गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ जैसे ब्रोकोली; तथा अन्य पदार्थों में कैल्शियम पाया जाता है।
- रिफाइंड और प्रोसेस्ड आहार।
- शक्कर के उत्पादों का प्रयोग सीमित करें।
- वसा की प्रचुरता से युक्त पदार्थ जैसे तले और तैलीय आहार, रेड मीट, पेस्ट्रीज और मिठाइयाँ ना लें।
- नमक का प्रयोग सीमित करें।
योग और व्यायाम
घुटने पर कम जोर डालने वाले व्यायाम जैसे तैरना, साइकिलिंग या अंडाकार आकृति के यन्त्र का प्रयोग आदि किये जा सकते हैं। कोंड्रोमलेसिया हेतु शारीरिक व्यायाम के हिस्से के रूप में डॉक्टर द्वारा सुझाए जाने वाले कुछ व्यायाम हैं:- इलियोटिबिअल बैंड स्ट्रेच।
- हेम्स्ट्रिंग स्ट्रेच।
- हिप एब्डक्टर स्ट्रेंग्थनिंग
- स्ट्रैट लेग लिफ्ट
कम जोर डालने वाली गतिविधि जैसे योग भी विभिन्न प्रकार के स्ट्रेच द्वारा आपके घुटनों को मजबूत करने में, लचीलेपन को बढ़ाने में और घुटनों पर मौजूद दबाव को दूर करने में सहायक होते हैं। कोंड्रोमलेसिया में सहायक योग के कुछ व्यायाम हैं:
- जानु शिरासन
- गोमुखासन
- अर्द्ध मत्स्येन्द्रासन
- खड़े होकर किये जाने वाले सारे आसन जैसे ताड़ासन, त्रिकोणासन, वृक्षासन।
घरेलू उपाय (उपचार)
- पीआरआईसीई: प्रोटेक्ट (रक्षण), रेस्ट (विश्राम), आइस (बर्फ), कॉम्प्रेस (दबाव), एलीवेट (उत्थापन)। ये सभी दर्द और सूजन को कम करते हैं और ठीक होने की गति को तेज करते हैं।
- दौड़ने को सीमित करें, उसके स्थान पर तैराकी या साइकिलिंग करें। यदि आप दौड़ना चाहते हैं, निश्चित करें कि आप गद्देदार तलेयुक्त बेहतर जूते पहने हुए हों और सख्त सतहों जैसे कंक्रीट से दूर रहें।
- बर्फ का नियमित उपयोग करें, गतिविधि के पहले और बाद में इसका उपयोग दर्द और सूजन कम करने में सहायक होता है।
- गर्म तेल से नियमित मालिश करने को घुटने के जोड़ के दर्द को कम करने में अत्यंत प्रभावी उपचार माना जाता है।