रोकथाम (बचाव)
-
धूम्रपान त्यागें।
-
रक्तचाप कम करें।
-
वजन घटाएँ।
-
स्वस्थ आहार लें।
-
अपने नमक के उपयोग को सीमित करें।
-
मदिरापान घटाएँ।
-
तनाव को नियंत्रित करते हुए घटाएँ।
-
शारीरिक रूप से सक्रिय रहें (नियमित व्यायाम करें)।
ध्यान देने की बातें
-
पेट में दर्द
-
साँस की कमी
-
तेज अथवा अनियमित हृदयगति
-
एकाएक गंभीर रूप से साँस की परेशानी और खाँसी के साथ गुलाबी बलगम आना
डॉक्टर को कब दिखाएँ
डॉक्टर से संपर्क करें यदि आपको हो
-
छाती में दर्द।
-
बेसुध होना या अत्यंत कमजोरी का अनुभव होना।
-
साँस लेने में कठिनाई और छाती में दर्द के साथ तेज या अनियमित हृदयगति।
-
एकाएक गंभीर रूप से साँस की परेशानी और खाँसी के साथ गुलाबी झाग युक्त बलगम आना।
कंजेस्टिव हार्ट फेलियर, कंजेस्टिव हार्ट डिजीज, कंजेस्टिव कार्डियक फेलियर, सीएचडी, सीसीएफ, सीएचएफ़, ह्रदय का रुकना, क्रोनिक हार्ट फेलियर, हृदयाघात, मायोकार्डीअल इनफार्कशन, ईसीजी, ईकोकार्डियोग्राफी, एक्यूट डिकॉम्पेंसेशन, हृदय के सिकुड़ने में अवरोध, ह्रदय के फैलने में अवरोध, कोरोनरी एंजियोग्राफी, एंजियोग्राफी, सीएजी, ह्रदय का रुकना, कार्डियक अरेस्ट, साँस लेने में कठिनाई, छाती में दर्द, कार्डियोमायोपेथी, एन्जिओग्राम, मायोकारडाइटिस, ह्रदय की लय, एक्यूट डिकॉम्पेंसेटेड हार्ट फेलियर, एडीएचएफ़, कंजेस्टिव हार्ट डिजीज (दिल में रुकावट) से निवारण, dil ki bimari rog, dil ki bimari ki roktham aur jatiltain, dil ki bimari se bachav aur nivaran, dil ki bimari doctor ko kab dikhayein, Congestive Heart Disease in hindi, Congestive Heart Disease treatment in hindi,
Like this:
Like Loading...
Related
Visitor Rating: 1 Stars
Visitor Rating: 5 Stars