टाइप 1 मधुमेह: प्रमुख जानकारी और निदान

टाइप 1 मधुमेह क्या है?

  • मधुमेह मेटाबोलिज्म (शरीर की चयापचयी क्रिया) में विकार से होता है। जो भोजन हम लेते हैं वह ग्लूकोस (एक तरह की शक्कर) में परिवर्तित होता है जो कि ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। ग्लूकोस के साथ इन्सुलिन की प्रक्रिया से ग्लूकोस शरीर की कोशिकाओं में जाकर ऊर्जा प्रदान करने में समर्थ होता है। इन्सुलिन एक हार्मोन है जो पैंक्रियास, पेट के पीछे स्थित एक बड़ी ग्रंथि, द्वारा उत्पन्न होता है।
  • मधुमेह प्रभावित व्यक्तियों में, या तो पैंक्रियास इन्सुलिन कम अथवा नहीं बनाता है, या कोशिकाएं उत्पन्न इन्सुलिन का उचित लाभ नहीं ले पाती हैं। इसके कारण रक्त में ग्लूकोस का स्तर बढ़ जाता है और उच्च रक्त शर्करा अथवा मधुमेह की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
  • टाइप 1 मधुमेह तब होता है जब पैंक्रियास की इन्सुलिन उत्पन्न करने वाली कोशिकाएं (बीटा सेल्स) क्षतिग्रस्त हो जाती हैं और इस कारण इन्सुलिन उत्पादन कम या समाप्त हो जाता है, और ऊर्जा के लिए प्रयोग हेतु ग्लूकोस शरीर की कोशिकाओं तक नहीं पहुँच पाता।
  • यह बच्चों और किशोरों में आम है।
Type 1 Diabetes overview

रोग अवधि

मधुमेह की कोई चिकित्सा नहीं है। नियंत्रित वजन, उचित व्यायाम, और आहार इसे नियंत्रित करने में आपकी सहायता कर सकते हैं ताकि आप सामान्य जीवन जी सकें।

जाँच और परीक्षण

रोग का निर्धारण मूत्र और रक्त की जांचों द्वारा किया जाता है
  • ग्लायकेटेड हीमोग्लोबिन (ए1सी) टेस्ट
  • रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट
  • फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट
  • ओरल ग्लूकोस टॉलरेंस टेस्ट (ओजीटीटी)
Oral Glucose Tolerance test

डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब

Q1. टाइप 1 मधुमेह क्या है?
टाइप 1 मधुमेह या जुवेनाइल डायबिटीज पैंक्रियास की बीटा कोशिकाओं (जो इन्सुलिन का स्राव करती हैं) के पूर्ण क्षतिग्रस्त होने के कारण होती है। इसके कारण मांसपेशियों द्वारा ग्लूकोस का उपयोग नहीं हो पता और रक्त में मौजूद ग्लूकोस मूत्रमार्ग से शरीर के बाहर हो जाता है।

Q2. मुझे टाइप 1 मधुमेह कैसे हो सकता है?
आपको टाइप 1 मधुमेह होगा यदि आप अनुवांशिक रूप से इससे प्रभावित हों या आपका प्रतिरक्षा तंत्र पैंक्रियास की बीटा कोशिकाओं के विरुद्ध एंटीबाडीज बनाने लगे या किसी वायरस का संक्रमण हो। निश्चित कारण अज्ञात है।

Q3. टाइप 1 मधुमेह का इलाज क्या है?
रक्त शर्करा के स्तर अनुसार नियमित इन्सुलिन इंजेक्शन लेना जिससे यह स्तर सामान्य के निकट बना रहे, यह टाइप 1 मधुमेह का इलाज है। इसके साथ नियमित आहार और हल्का व्यायाम होना चाहिए।

Q4. टाइप 1 मधुमेह की क्या समस्याएं हैं?
  • टाइप 1 मधुमेह से तात्कालिक और दूरगामी दोनों तरह की समस्याएं होती हैं।
  • त्वरित समस्याओं में, यदि रक्त में ग्लूकोस की मात्रा के अनुसार इन्सुलिन की सही मात्रा का इंजेक्शन ना दिया जाये तो इन्सुलिन के कम स्तर से डायबिटिक कीटोएसिडोसिस (शरीर में एसिडिक कीटोन बॉडीज का बनना) और अधिक स्तर से हाइपोग्लायसीमिया (रक्त शर्करा की कम मात्रा) हो सकते हैं।
  • दूरगामी समस्याएं सालों तक रक्त में शर्करा का स्तर लगातार अधिक बने रहने के कारण होती हैं। इसके कारण मूल अंग की क्षति जैसे कि किडनी का फेल होना, डायबिटिक रेटिनोपैथी (आँखों की क्षति), पेरीफेरल और ऑटोनोमिक न्यूरोपैथी (तंत्रिकाओं को क्षति), डायबिटिक फुट (पैरों को क्षति) और ह्रदय रोग हो सकते हैं।

Q5. क्या मैं टाइप 1 मधुमेह के साथ सामान्य जीवन बिता सकता हूँ?
जी हाँ, आप ऐसा कर सकते हैं बशर्ते आप अपने रक्त में ग्लूकोस की मात्रा के अनुसार सही इन्सुलिन के इंजेक्शन्स लेकर अपने रक्त शर्करा स्तर को सामान्य सीमाओं में रखें और साथ ही उचित आहार लें। समस्याओं पर निगरानी और सुरक्षात्मक चिकित्सा की दृष्टि से नियमित रक्त परीक्षण की सलाह दी जाती है।

Q6. मैं टाइप 1 मधुमेह से कैसे बच सकता हूँ?
टाइप 1 मधुमेह से बचाव संभव नहीं है क्योंकि रोग का निश्चित कारण पता नहीं लगाया जा सकता।




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