टाइप 2 मधुमेह क्या है?
मधुमेह मेटाबोलिज्म (शरीर की चयापचयी क्रिया) में विकार से होता है। जो भोजन हम लेते हैं वह ग्लूकोस (एक तरह की शक्कर) में परिवर्तित होता है जो कि ऊर्जा का मुख्य स्रोत है। ग्लूकोस के साथ इन्सुलिन की प्रक्रिया से ग्लूकोस शरीर की कोशिकाओं में जाकर ऊर्जा प्रदान करने में समर्थ होता है। इन्सुलिन एक हार्मोन है जो पैंक्रियास, पेट के पीछे स्थित एक बड़ी ग्रंथि, द्वारा उत्पन्न होता है।मधुमेह प्रभावित व्यक्तियों में, या तो पैंक्रियास इन्सुलिन कम अथवा नहीं बनाता है, या कोशिकाएं उत्पन्न इन्सुलिन का उचित लाभ नहीं ले पाती हैं। इसके कारण रक्त में ग्लूकोस का स्तर बढ़ जाता है और उच्च रक्त शर्करा अथवा मधुमेह की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।
टाइप 2 मधुमेह तब होता है जब पैंक्रियास पर्याप्त मात्रा में इन्सुलिन स्रावित नहीं करता या स्रावित इन्सुलिन उचित रूप से कार्य नहीं करती।
रोग अवधि
मधुमेह की कोई चिकित्सा नहीं है। नियंत्रित वजन, उचित व्यायाम, और आहार इसे नियंत्रित करने में आपकी सहायता कर सकते हैं ताकि आप सामान्य जीवन जी सकें।जाँच और परीक्षण
रोग निर्धारण निम्नलिखित जाँचों द्वारा होता है।- ग्लायकेटेड हीमोग्लोबिन (ए1सी) टेस्ट।
- रैंडम ब्लड शुगर टेस्ट।
- फास्टिंग ब्लड शुगर टेस्ट।
- ओरल ग्लूकोस टॉलरेंस टेस्ट (ओजीटीटी)।
डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1. टाइप 2 मधुमेह क्या है?टाइप 2 मधुमेह या विलम्ब से होने वाला मधुमेह बीटा कोशिकाओं की इन्सुलिन उत्पादन की घटी क्षमता के कारण या मांसपेशियों की इन्सुलिन के लिए घटी संवेदनशीलता से होता है, जिसके कारण रक्त में ग्लूकोस का स्तर बढ़ जाता है।
Q2. टाइप 2 मधुमेह क्यों होता है?
शहरों की आराम भरी जीवन शैली से वजन बढ़ता है, साथ ही शारीरिक व्यायाम की कमी, जंक फ़ूड खाना ये सभी टाइप 2 मधुमेह के खतरे को बढ़ाते हैं। एक हद तक अनुवांशिकता भी टाइप 2 मधुमेह के लिये जिम्मेदार होती है।
Q3. टाइप 2 मधुमेह की चिकित्सा क्या है?
शुरू में जीवन शैली के परिवर्तन से टाइप 2 मधुमेह को नियंत्रित किया जाता है। इसमें वजन घटाना, मधुमेह अनुकूल आहार के साथ नियमित व्यायाम करना आता है। इनके असफल होने पर विभिन्न प्रकार की दवाएं शुरू की जाती हैं जिसका निर्धारण रोगी की शारीरिक स्थिति और रक्त में ग्लूकोस के स्तर से किया जाता है।
Q4. टाइप 2 मधुमेह की क्या समस्याएं हैं?
सालों तक रक्त में शर्करा का स्तर लगातार अधिक बने रहने के कारण मूल अंग की क्षति जैसे कि किडनी का फेल होना, डायबिटिक रेटिनोपैथी (आँखों की क्षति), पेरीफेरल और ऑटोनोमिक न्यूरोपैथी (तंत्रिकाओं को क्षति), डायबिटिक फुट (पैरों को क्षति) और ह्रदय रोग और स्ट्रोक हो सकते हैं।
कुछ दवाओं से चिकित्सा की अधिकता कभी कभी हाइपोग्लायसीमिया कर सकती है।
Q5. क्या मैं टाइप 2 मधुमेह के साथ सामान्य जीवन बिता सकता हूँ?
जी हाँ, आप ऐसा कर सकते हैं बशर्ते आप अपने रक्त शर्करा स्तर को मधुमेह अनुकूल आहार, नियमित शारीरिक व्यायाम और नियमित दवाओं द्वारा सामान्य सीमाओं में रखें। समस्याओं पर निगरानी और सुरक्षात्मक चिकित्सा की दृष्टि से नियमित रक्त परीक्षण की सलाह दी जाती है।
Q6. मैं टाइप 2 मधुमेह से कैसे बच सकता हूँ?
आप उचित आहार और नियमित व्यायाम के साथ सक्रिय जीवन शैली रखकर कुछ हद तक टाइप 2 मधुमेह से बच सकते हैं। अपने बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) और कमर से कूल्हों के अनुपात को सामान्य सीमाओं में रखें।
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