लक्षण
- पेट में दर्द या ऐंठन।
- पतले या ढीले दस्त।
- पनीले दस्त।
- मलत्याग हेतु आकस्मिकता का अनुभव।
- मतली और उल्टी।
- मल में रक्त, आँव, या बिना पचा भोजन आना।
- वजन में कमी।
- बुखार।
- सिरदर्द।
- मुँह सूखना और प्यास लगना।
- भूख में कमी।
- थकावट।
- मल में रक्त आना।
कारण
अतिसार कई अलग-अलग कारणों से हो सकता है। प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:
- वायरस, जैसे रोटावायरस, ठण्ड में होने वाला उल्टी का रोग (नोरवाक वायरस या नोरोवायरस), एन्टेरोवायरस या हेपेटाइटिस वायरस।
- बैक्टीरिया जैसे ई. कोलाई, सेलमोनेला, शिगेला, क्लोस्ट्रीडियम, या कोलरा (विब्रियो कोलेरी)।
- परजीवी, जो गर्डाइसीस और अमीबिआसिस उत्पन्न करते हैं।
- कुछ आहारों के लिये असहनशीलता।
दीर्घ या बार-बार होने वाला अतिसार आमतौर पर आँतों के विकारों जैसे कि डाईवर्टिकुलर डिजीज, इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम, लेक्टोस इनटॉलेरेंस, या कोलिअक डिजीज के कारण होता है।
अतिसार के रोग एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकते हैं, व्यक्तिगत स्वच्छता का कमजोर होना इसको बढ़ाता है।
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