पाचक रसों का विपरीत प्रवाह रोकने हेतु अपने बिस्तर पर सिरहाना 6-8 इंच ऊँचा रखें।
इकठ्ठा खाने के स्थान पर अधिक बार थोड़ा थोड़ा करके खाएं।
सोने के तीन घंटे पहले भोजन लें।
ढीले कपड़े पहनें। तंग कपड़ों से एसिड युक्त वस्तुओं का विपरीत प्रवाह बढ़ जाता है।
जिन रोगियों को निगलने की दिक्कत है, उन्हें सख्त माँस, छिलके वाली सब्जियाँ, ब्रेड, और पास्ता से बचना चाहिए।
ऐसे आहार या पेय जिनमें केफीन, चॉकलेट, पेपरमिंट, स्पीयरमिंट, और अल्कोहल हो उनसे बचना चाहिए।
सोते समय, दाहिनी के स्थान पर बायीं करवट लेटें।
भोजन के बाद थोड़ा टहलें।
जिन लोगों का वजन अधिक है उन्हें डाइटिंग और वजन घटाने के लिए व्यायाम करना चाहिए।
यदि आपके द्वारा ली जा रही दवाएं आपके हृदयदाह को बढ़ाती हैं, अपने डॉक्टर से उनके बारे में बात करें।
कम मसालेदार भोजन, टमाटर, मिर्च, मसालों का कम प्रयोग, वजन घटाएं, चाय, कॉफ़ी, चॉकलेट्स, शराब, धूम्रपान से परहेज।
पानी खूब पीयें।
ध्यान देने की बातें
तीव्र पेट दर्द।
निगलते समय दर्द।
डॉक्टर को कब दिखाएँ
छाती में तीव्र दर्द।
मतली और उल्टी (यदि उल्टी में काले पदार्थ अथवा खून आये)।
दस्त अथवा काली या खून भरी आँव।
डॉक्टर से संपर्क करें
यदि आपके लक्षणों में 2 सप्ताह तक घरेलू चिकित्सा के बाद भी कोई सुधार नहीं है, या लक्षण बदल गए हैं, या और अधिक ख़राब हो गए हैं, या सामान्य गतिविधियों में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं।
आपको निगलते समय कठिनाई अथवा दर्द है।
आपके हृदयदाह के कारण आपको मतली या उल्टियाँ हो रही हैं (उल्टी में खून होना)।
आपका वजन तेजी से गिरा है।
आपको लम्बे समय से गला बैठना या साँस लेते समय सीटी की आवाज होने की समस्या है, या आपका अस्थमा गंभीर हो गया है।
आपको छाती में दर्द के साथ गर्दन, जबड़े, भुजाएं और पैरों में भी दर्द है; साँस की कमी, कमजोरी, अनियमित नाड़ी, या पसीना है।