रोकथाम (बचाव)
हाइपरटेंशन से बचाव का सर्वोत्तम उपाय जीवन शैली में परिवर्तन है।
-
उचित वजन बनाये रखकर
-
धूम्रपान त्यागकर
-
स्वस्थ आहार लेकर
-
अपने आहार में नमक की मात्रा घटाकर
-
नियमित एरोबिक व्यायाम करने से (जैसे कि तेज गति से टहलना)
-
शराब को सीमित करके- पुरुषों को एक दिन में तीन-से-चार यूनिट से अधिक नियमित तौर पर नहीं लेना चाहिए. महिलाओं को एक दिन में दो-से-तीन यूनिट से अधिक नियमित तौर पर नहीं लेना चाहिए.
अन्य
-
जो वयस्क प्री हाइपरटेंसिव (120-139 और/या 80-89 mmHg) हैं, उन्हें अपने रक्तचाप की जाँच डॉक्टर के निर्देश अनुसार या कम से कम वर्ष में एक बार करवाते रहना चाहिए।
-
उन वयस्कों को जिन्हें हृदय रोग के अन्य खतरे हों या उच्च रक्तचाप द्वारा होने वाले रोग का प्रमाण मिला हो उन्हें अपने रक्तचाप की जाँच अधिक नियमित रूप से करवाना चाहिए।
ध्यान देने की बातें
-
अत्यंत थकावट (थका हुआ या अत्यंत कम ऊर्जा का अनुभव करना)
-
पेट फूलना
डॉक्टर को कब दिखाएँ
-
छाती में बेचैनी या दर्द
-
साँस लेने में कठिनाई
-
अधिक बढ़ी हृदयगति
डॉक्टर को बुलाएँ यदि आपको लक्षण हों जैसे कि
-
तीव्र सिरदर्द, खासकर आँखों के पीछे लहरदार सिरदर्द
-
धुंधला दिखना और उनींदापन
-
मतली या उल्टी
बीपी, रक्तचाप, हाई बीपी, उच्च रक्तचाप, एन्जिओटेन्सिन, आरएए मार्ग, एसीई रोधक, डाईस्टोलिक, सिस्टोलिक, ईसीजी, हृदयाघात, स्फिग्मोमेनोमीटर, ईकेजी, रेनिन, कार्डियोग्राफ, कार्डियोग्राम, ह्रदय, नमक, कम नमक, अधिक नमक, 120/80, हार्ट का फेल होना, स्ट्रोक, 140/90, नमक का सेवन, छाती में दर्द, सोडियम, तेज हृदयगति, बीपी हाई, हाइपरटेंशन से निवारण, Hypertension rog, Hypertension ki roktham aur jatiltain, Hypertension se bachav aur nivaran, Hypertension doctor ko kab dikhayein,
Like this:
Like Loading...
Related
Visitor Rating: 5 Stars
Visitor Rating: 1 Stars
Visitor Rating: 3 Stars
Visitor Rating: 3 Stars
Visitor Rating: 5 Stars