हाइपरथाइरोइडिसम: प्रमुख जानकारी और निदान

हाइपरथाइरोइडिसम क्या है?

  • थाइरोइड (गलग्रंथी) एक छोटी तितली के आकार की ग्रंथि है जो गर्दन के आधार में कॉलर बोन (हँसली) के ऊपर होती है। इसका कार्य शरीर के मेटाबोलिज्म (चयापचयी प्रक्रिया) को नियंत्रित करने का होता है। इसके लिए यह दो हार्मोन थायरोक्सिन (टी4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (टी3) का स्राव करती है।
  • यदि आपकी थाइरोइड ग्रंथि अधिक सक्रिय है, यह आपके शरीर की आवश्यकता से अधिक हार्मोन बना देती है। इस स्थिति को हाइपरथाइरोइडिसम कहते हैं।
  • महिलाओं में थाइरोइड विकार की समस्या पुरुषों से अधिक होती है।
Thyroid overview

रोग अवधि

थाइरोइड सम्बंधित रोगों से ठीक होने में समय लगता है। कुछ रोगी अपेक्षाकृत जल्दी ठीक हो जाते हैं और उन्हें थाइरोइड हार्मोन स्तर की जाँच हेतु कभी-कभार रक्त परीक्षण की ही आवश्यकता होती है। अन्य रोगियों में, उनका इलाज लम्बा और जटिल होता है और शल्यक्रिया की आवश्यकता हो सकती है। थाइरोइड के कार्य करने हेतु स्थिर होने में एक वर्ष या अधिक लग सकता है। यह गंभीरता और स्थिति पर निर्भर करता है।

जाँच और परीक्षण

रोग का निर्धारण रोगी के मेडिकल और पारिवारिक इतिहास और उपस्थित लक्षणों के आधार पर होता है। गर्दन का परीक्षण. कुछ जांचें जो सुझाई जाती हैं जैसे
  • रक्त परीक्षण (थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट)
  • रेडियोएक्टिव आयोडीन अपटेक टेस्ट
  • थाइरोइड स्केन
  • फ्री थायरोक्सिन (एफ़टी4) या फ्री थायरोक्सिन इंडेक्स टेस्ट
  • टोटल ट्राईआयोडोथायरोनिन (टी3)

डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब

Q1. हाइपरथाइरोइडिसम क्या है?
हाइपरथाइरोइडिसम की स्थिती में थाइरोइड ग्रंथि से थाइरोइड हार्मोन का अत्यधिक स्राव होता है. हाइपरथाइरोइडिसम का कारण बहुआयामी है और निश्चित कारण विभिन्न जाँचों जैसे कि थाइरोइड फंक्शन टेस्ट, थाइरोइड ग्रंथि के अल्ट्रासाउंड, एफ़एनएसी, आरएआई अपटेक स्टडीज आदि. यह स्थिति ग्रंथि के बड़े होने से जुड़ी हो भी सकती है और नहीं भी, यह कारण पर निर्भर करता है.

Q2. मुझे हाइपरथाइरोइडिसम कैसे हो सकता है?
हाइपरथाइरोइडिसम का कारण बहुआयामी है. यह पिट्यूटरी या हाइपोथेलेमस द्वारा अत्यधिक सक्रियता के कारण या थाइरोइड ग्रंथि की अति सक्रिय गठान के कारण हो सकता है. जब सूजन होती है तो अस्थाई हाइपरथाइरोइडिसम दिखाई देता है.

Q3. हाइपरथाइरोइडिसम की चिकित्सा क्या है?
मृदु हाइपरथाइरोइडिसम की चिकित्सा एंटी थाइरोइड दवाओं द्वारा की जाती है. गंभीर स्थिति में थाइरोइड ग्रंथि को शल्यक्रिया द्वारा निकाल दिया जाता है अथवा रेडियो सक्रिय आयोडीन की सहायता से नष्ट कर दिया जाता है

Q4.ठीक होने में कितना समय लगता है?
एक बार थाइरोइड ग्रंथि निकाल दी गई तो यह स्थायी होती है. आपको शेष जीवन के लिए थाइरोइड हार्मोन को लीवोथायरोक्सिन के साथ लेना होता है. दवा की मात्रा टीएसएच के स्तर अनुसार तय की या बदली जाती है.

Q5. मैं हाइपरथाइरोइडिसम से कैसे बच सकता हूँ?
हाइपरथाइरोइडिसम से बचाव के कोई चिकित्सीय प्रमाणित तरीके नहीं हैं.

Q6. हाइपरथाइरोइडिसम की अन्य समस्याएं क्या हैं?
हाइपरथाइरोइडिसम के कारण वजन में गिरावट, तेज हृदयगति, गर्मी के प्रति असहनशीलता, फैले हाथों में झटके, हथेलियों में अत्यधिक पसीना, गंभीर स्थिति में एक्सोप्थेलमस (आँख का बाहर निकला दिखाई देना) हो सकता है.



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