परहेज और आहार
लेने योग्य आहार- विटामिन सी से समृद्ध आहार।
- प्रोटीनयुक्त आहार जैसे चिकन और मछली शरीर को संक्रमण से मुकाबला करने के लिए प्रोटीन और जिंक के रूप में निर्माण पदार्थ देते हैं।
- नीबू के रस का अम्लीय प्रभाव बैक्टीरिया को नष्ट करता है और लेरिन्जाइटिस के विभिन्न लक्षणों को दूर करता है।
- लहसुन का जीवाणुरोधी गुण बैक्टीरिया और वायरस को नष्ट करने में सहायता करता है।
- अपने ऊतकों को सिकोड़ने वाले गुण के कारण शहद उत्तेजित गले को मृदु बनाने में अत्यंत लाभकारी होता है। यह सूजन भी कम करता है।
- मसालेदार, तैलीय और एसिडयुक्त आहार ना लें जैसे टमाटर, प्याज, लहसुन, मिर्च और तली हुई मछली।
- शराब और कैफीनयुक्त पेय।
योग और व्यायाम
- अपनी स्वर तंत्रिकाओं की मालिश करें।
- अपने मुँह को बंद करके गुंजन करें और अपनी आवाज को अत्यंत ऊँचा और अत्यंत नीचा रखें, एक समय में एक मिनट तक इसे दोहराएँ।
लेरिन्जाइटिस के लक्षण कम करने में उपयोगी योग तकनीकें हैं:
- श्वास-प्राणायाम
- शशांकासन
घरेलू उपाय (उपचार)
- बोलना कम करके आवाज को आराम दें।
- तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें जैसे पानी, ओआरएस, सूप, शहद के साथ गर्म चाय, संतरे का रस और दूध।
- बेंज़ीन के टिंक्चर या पाइन अथवा नीलगिरी के तेल द्वारा दी गई भाप बलगम को ढीला करने में सहायता करती है।
- अत्यधिक सूजे लेरिंक्स के लिए, व्यक्ति द्वारा भीतर ली गई हवा को नमीयुक्त करने के लिए ह्युमिडीफायर या वेपोराइज़र का प्रयोग करना चाहिए।
- चूसने की गोलियां और गले के स्प्रे का प्रयोग करना चाहिए।
- व्यक्तिगत स्वच्छता रखें।