माइग्रेन क्या है?
माइग्रेन (आधासीसी) एक बार-बार होने वाला, जबरदस्त सिरदर्द है जो खासकर सिर के आधे हिस्से को प्रभावित करता है, जो तीव्र होता है और मतली, उल्टी और प्रकाश तथा ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता बढ़ा देता है। इसके आक्रमण की अवधि कुछ घंटों से लेकर कई दिनों की हो सकती है। माइग्रेन का कारण ज्ञात नहीं है, लेकिन इस स्थिति को अनुवांशिक माना जाता है।रोग अवधि
माइग्रेन आमतौर पर 4 से 72 घंटों तक रहता है और अधिकतर लोग दो बार की चपेट के बीच लक्षण मुक्त होते हैं। कभी-कभी माइग्रेन कई दिनों तक रहता है। एक बार आपने इलाज लिया तो आप अगले कुछ घंटों में ही लक्षणों से छुटकारा अनुभव करते हैं, लेकिन माइग्रेन का आक्रमण बार-बार होता रहता है।जाँच और परीक्षण
रोग के निर्धारण हेतु आपका मेडिकल इतिहास, आपके लक्षणों को देखना, और शारीरिक और तंत्रिकाओं का परीक्षण किया जाता है। अन्य जाँचों में रक्त परीक्षण, एमआरआई स्केन, सीटी स्केन, स्पाइनल टेप (लम्बर पंक्चर-मेरुदंड से द्रव निकालना) सुझाई जा सकती है।डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1. माइग्रेन क्या है?माइग्रेन सिरदर्द का एक प्रकार है, जो एक तरफ होता है और मस्तिष्क में तंत्रिका तंत्र के विकार के कारण होता है। इसके साथ मतली, उल्टी, प्रकाश से कष्ट और ध्वनि से कष्ट होता है।
Q2. मुझे माइग्रेन कैसे हो सकता है?
माइग्रेन सिरदर्द का कारण अज्ञात है। यह कई कारणों से हो सकता है और तनाव, कुछ खास आहार, थकावट आदि से शुरू हो सकता है। माइग्रेन के आक्रमण को अनुवांशिक रूप से संवेदनशील भी माना जाता है।
Q3. माइग्रेन की चिकित्सा क्या है?
माइग्रेन के सिरदर्द का इलाज आक्रमण की तीव्रता और आवृत्ति पर निर्भर करता है। माइग्रेन के सिरदर्द से बचाव हेतु कुछ दवाएँ भी उपलब्ध हैं। इनका शुरुआती इलाज दर्दनिवारक जैसे पेरासिटामोल और आइबूप्रोफेन द्वारा किया जाता है।
Q4. ठीक होने में कितना समय लगता है? क्या रोग वापस होने की संभावना है?
माइग्रेन के सिरदर्द को जाने में सामान्यतया 3-5 दिन लगते हैं। रोग की वापसी की संभावना अत्यधिक होती है और कुछ लोगों को सुरक्षात्मक चिकित्सा पर रखना पड़ता है।
Q5. मैं माइग्रेन से कैसे बच सकता हूँ?
आप माइग्रेन की चपेट देने वाले कारकों से बचकर इसको रोक सकते हैं। यदि आक्रमण बार बार हो तो इसकी वापसी को रोकने के लिए आपको सुरक्षात्मक इलाज लेना चाहिए।
Q6. माइग्रेन की समस्याएं क्या हैं?
माइग्रेन के कारण कोई गंभीर समस्या तो नहीं होती लेकिन इससे जुड़ी अस्वस्थता और यातना अत्यंत कष्टदायक होती है।