मोशन सिकनेस (यात्रा संबंधी मतली): प्रमुख जानकारी और निदान

मोशन सिकनेस (यात्रा संबंधी मतली) क्या है?

मोशन सिकनेस (यात्रा या गति सम्बन्धी रोग) अरुचिकर लक्षणों के समूह जैसे कि चक्कर आना, मतली या उल्टी, के लिए सामान्य शब्द है, जो आपको यात्रा के दौरान होते हैं। यह भीतरी कान का बहुत आम अवरोध है जो कि लगातार गति के कारण जैसे कि समुद्र की लहरें, कार का गति में होना, हवा में हवाई जहाज का गति में होना आदि के कारण होता है। 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चे, महिलाएँ और वृद्धजन में इसके रोगी होने की संभावना अधिक होती है। इसे यात्रा का रोग, समुद्री यात्रा का रोग, हवाई यात्रा का रोग या कार यात्रा का रोग भी कहा जाता है।
Motion sickness

रोग अवधि

  • यह 15 से 30 मिनट तक रहता है।
  • आमतौर पर यात्रा के साधन के साथ सामंजस्य हो जाने पर ये पूरी तरह रुक जाता है।

डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब


Q1. मोशन सिकनेस कैसे होता है?
मोशन सिकनेस तब होता है जब भीतरी कान, आँखें और शरीर के अन्य हिस्से जो गति की पहचान करते हैं, मस्तिष्क को परस्पर विरोधी संकेत भेजते हैं। आपके संतुलन अनुभव करने वाले तंत्र का एक हिस्सा (भीतरी कान, दृष्टि और संवेदी तंत्रिकाएँ जो आपके संतुलन को बनाए रखती हैं), ये अनुभव करती हैं कि आपका शरीर गति कर रहा है, जबकि अन्य हिस्से गति को अनुभव नहीं कर पाते। उदाहरण के लिए, यदि आप चलते हुए जहाज के केबिन में हों तो आपका भीतरी कान बड़ी लहरों की गति को अनुभव कर लेगा लेकिन आपकी आँखें किसी गति का अनुभव नहीं कर पाएंगी। इन सबसे इन्द्रियों के बीच विरोध होता है जिसका परिणाम मोशन सिकनेस है।

Q2. उल्टी रोकने वाली दवाएँ मोशन सिकनेस में कितनी उपयोगी हैं?
उल्टी रोकने वाली सबसे आम दवाएँ केंद्रीय तंत्रिका तंत्र स्थित सीटीज़ेड को शांत करती हैं जो उल्टी उत्पन्न करने के लिए जिम्मेदार माना जाता है। एलर्जी रोकने वाली दवाओं में मेक्लिज़ीन और डिमेंहायड्रिनेट तथा एंटीकोलिनर्जिक ड्रग्स जैसे स्कोपोलामिन, लेबिरिन्थ (भीतरी कान) मार्ग पर कार्य करते हैं और मोशन सिकनेस तथा भीतरी कान के विकारों को दूर करने हेतु उपयोगी हैं।

Q3. मुझे माइग्रेन है. क्या मुझे मोशन सिकनेस की संभावनाएं अधिक हैं?
ये जरूरी नहीं है, माइग्रेन और मोशन सिकनेस के लक्षण चाहे एक जैसे हों लेकिन दोनों अलग अलग कारणों से होते हैं। उल्टी कम करने वाली जो दवाएँ माइग्रेन हेतु ली जाती हैं, वही मोशन सिकनेस हेतु भी ली जा सकती हैं। ऐसे लोग भी हैं जिन्हें माइग्रेन है लेकिन उन्हें यात्रा करने की आदत बन चुकी है इसलिए मोशन सिकनेस नहीं होती।

Q4. क्या मैं उस गति का आदी हो सकता हूँ जो मुझे रोग उत्पन्न करती है?
हाँ, लेकिन ये आवश्यक नहीं है कि ऐसा हो ही। इसे आदी होना कहते हैं। आदी होना आपके मस्तिष्क के सीखने की क्षमता पर और नई गतियों और संकेतों को याद रखने की क्षमता से जुड़ा है। कम होने वाले उपयोग से आदी नहीं हुआ जाता। आदी होना स्थाई नहीं है इसलिए जल्दी-जल्दी और बार-बार अनुभव आवश्यक है, और यदि आप गति के उस रूप से दूर हो जाते हैं तो कुछ समय बाद आप फिर से आदी नहीं रह जाते और रोग फिर हो सकता है। आदी होने का हर गति से सम्बन्ध अलग है। यदि आप जहाज की गति के आदी हैं तो इसका ये मतलब नहीं कि आपको कार या हवाई जहाज में मोशन सिकनेस नहीं होगी, वहां हो सकती है।



यात्रा का रोग, काईनेटोसिस, समुद्री यात्रा का रोग, कार यात्रा का रोग, सिमुलेशन सिकनेस, हवाई यात्रा का रोग, यात्रा के दौरान उल्टियाँ, मतली, चक्कर आना, चक्कर की परेशानी, चक्कर आना, थकावट, मोशन सिकनेस (यात्रा संबंधी मतली) डॉक्टर सलाह, yatra bimari rog, yatra bimari kya hai?, yatra bimari in hindi, Motion sickness in hindi, Motion sickness treatment in hindi,