परहेज और आहार
लेने योग्य आहार
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माँस, चिकन, और मछली
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डेरी उत्पाद (सोया दूध छोड़कर)
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सफ़ेद ब्रेड
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दही
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फल:केले, नाशपाती, चेरी, तरबूज, खरबूज और नारियल
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सब्जियाँ: फूलगोभी, लेट्यूस, मशरुम, प्याज़, मटर, पालक, गाजर
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वाइट चॉकलेट
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सफ़ेद चावल
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चावल के बने कुरकुरे पदार्ध
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सफ़ेद मिर्च
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वनस्पति तेल (सेसमे तेल छोड़कर)
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शक्कर
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सेब का स्वच्छ रस
इनसे परहेज करें
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चाय, कॉफ़ी, चॉकलेट, कोको
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मेवे, मूंगफली युक्त मक्खन और बादाम के पेस्ट सहित
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गेहूँ (चोकर युक्त दलिया, पूर्ण अनाज की ब्रेड)
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बेरियाँ (ब्लूबेरी, ब्लैकबेरी आदि)
- फलियाँ: सिंकी फलियाँ, सेम, उड़द और मूंग
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मध्यम से उच्च मात्रा में ऑक्सेलेट युक्त फलों का रस जैसे कि क्रैनबेरी और संतरे
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सब्जियाँ: रुबार्ब, चुकंदर, अजमोदा, आलू, हरी मिर्च, सफ़ेद गाजर
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औषधियां और बीज: अजवाईन, सेसमे/पॉपी के बीज, काली मिर्च
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छिलका रहित खट्टे फल (मुरब्बा, फ्रूट केक आदि)
- “नाईटशेड” सब्जियाँ-काली मिर्च, बैंगन, आलू, और टमाटर
योग और व्यायाम
नियमित व्यायाम माँसपेशियों के उचित स्वरुप को पाने में मदद करता है। पैदल चलना, साइकिल चलाना, और तैराकी प्रयोग हेतु अच्छे विकल्प हैं। शारीरिक व्यायाम चिकित्सक आपको दर्द रहित बने रहने के लिए और बेहतर अनुभव करने के लिए स्ट्रेचिंग, टोनिंग और एरोबिक व्यायाम सिखा सकते हैं। धीमी शुरुआत करें और धीरे-धीरे अपने व्यायाम का समय बढ़ाएँ। दर्द के दौरान अधिक जोर डालने वाले एरोबिक व्यायाम और वजन उठाने वाले व्यायाम ना करें।
योग
दर्द को कम करने वाले कुछ योग आसन हैं:
संगीत और ध्यान
ध्यान एक बढ़िया शांतिदायक तकनीक है जिसका पालन किया जाना चाहिए। उचित चिकित्सा हेतु एक्यूपंक्चर या मालिश का प्रयोग भी करें।घरेलू उपाय (उपचार)
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किसी विशेष जगह की पीड़ा को कम करने के लिए गर्म सिंकाई का प्रयोग करें।
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प्रभावित माँसपेशियों पर गर्म और ठंडे पेक्स लगाएँ।
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सभी तरफ की माँसपेशियों के दर्द को कम करने के लिए गर्म जल से स्नान करें।
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अपनी माँसपेशियों को आराम देने और ठीक करने के लिए कुछ दिन बिस्तर पर पूर्ण आराम करें।
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तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें और ये निश्चित करें कि आप पर्याप्त रेशेदार भोजन ले रहे हैं।