परहेज और आहार
लेने योग्य आहार- विटामिन सी से समृद्ध फल और सब्जियाँ जैसे क्रेनबेरी, ब्रोकोली, स्ट्रॉबेरी, संतरे, ग्रेपफ्रूट, जामुन, करौंदे, टमाटर, केल और पालक लेने चाहिए क्योंकि विटामिन सी, जो कि जल में घुलनशील एंटीऑक्सीडेंट है और आपके प्रतिरक्षक तंत्र को शक्ति देता है, तंत्रिकाओं के दर्द को कम करता है।
- ओमेगा 3 वसीय अम्ल से समृद्ध आहार जैसे ठन्डे पानी की मछली, अलसी के बीज, अखरोट, सोयाबीन, केनोला तेल और कद्दू के बीज आदि लेने चाहिए क्योंकि ओमेगा 3 वसीय अम्ल शरीर में उपस्थित सूजन को कम करता है और तंत्रिकाओं की क्षति को रोकता है।
- पानी अधिक मात्रा में पियें और जल की अधिकता वाले आहार जैसे संतरे, शोरबा, लेट्युस, औषधीय चाय, आड़ू और अंगूर लेना चाहिए।
- सीमित मात्रा में लिया गया लीन मीट तंत्रिका के दर्द को दूर करता है। लीन मीट जैसे बछड़ा, मछली, पोल्ट्री उत्पाद, मेमना और टर्की आदि विटामिन बी12, जल में घुलनशील वह विटामिन जो प्रतिरक्षक तंत्र की कार्यक्षमता को बढ़ाता है, से समृद्ध होते हैं।
- एंटीऑक्सीडेंट के उच्च स्तरों से युक्त आहारों में हैं जामुन, रास्पबेरी, करौंदे, टमाटर, ब्रोकोली, लाल अंगूर, लहसुन, पालक, गाजर, अनार, डार्क चॉकलेट और हरी चाय।
- शक्कर युक्त आहार सीमित करें।
- कैफीन और कैफीनयुक्त पेय न लें।
- वसायुक्त आहार और जंक फ़ूड।
योग और व्यायाम
न्यूरेल्जिया हेतु बताए जाने वाले कुछ व्यायामों में हैं:- पैदल चलना।
- गति किये जाने वाले व्यायामों की श्रेणी।
- हाइड्रोथेरेपी
- एरोबिक्स
- स्ट्रेचिंग की कक्षाएँ।
- कम दबाव डालने वाले अन्य व्यायाम।
न्यूरेल्जिया के दर्द को दूर करने वाले योगासनों में हैं:
- अर्द्धकटि चक्रासन
- अर्द्ध चक्रासन
- भुजंगासन
- कपालभाति
संगीत और ध्यान
- ध्यान- पद्मासन की स्थिति में बैठें और अपनी श्वास पर ध्यान केन्द्रित करें।
- विश्रान्तिदायक संगीत जो आपकी तंत्रिकाओं को शांत करता है।
घरेलू उपाय (उपचार)
- अपनी गर्दन की मांसपेशियों को आराम देने के लिए गर्म सिंकाई या बर्फ का प्रयोग करें।
- हाथों के तौलिये को मोड़कर तकिये की जगह इसे अपनी गर्दन के नीचे रखें।
- नींद के दौरान अपने सिर और चेहरे को ढँका हुआ रखें।
- प्रभावित हिस्से की तरफ से ना सोएँ क्योंकि इससे सुबह के समय आपका दर्द बदतर स्थिति में मिलता है।
- दर्द के नियंत्रण हेतु गर्म टब/स्नान अत्यंत उत्तम होता है।