परओनिकिया (ऊँगली, नाखून में दर्द) क्या है?
हाथ या पैर की ऊँगली के आस-पास की त्वचा के संक्रमण को परओनिकिया कहते हैं। संक्रमित क्षेत्र सूजा, लाल और दर्द्युक्त हो सकता है। कभी-कभी पीप युक्त फफोला हो जाता है। अधिकतर समय, परओनिकिया बड़ी समस्या नहीं होती और इसका उपचार घर पर ही किया जा सकता है। अत्यंत कम मामलों में, संक्रमण हाथ या पैर की बची हुई ऊँगली में हो सकता है।परओनिकिया के दो भिन्न प्रकार हैं, एक्यूट और क्रोनिक:
एक्यूट परओनिकिया-आमतौर पर यह एकाएक दिखाई देता है, सूजन सहित अत्यंत दर्द युक्त क्षेत्र होता है, हाथ या पैर की ऊँगली के आस-पास गर्मी और लालिमा होती है, खासकर उस क्षेत्र में चोट के बाद ऐसा होता है।
क्रोनिक परओनिकिया– यह ऐसा संक्रमण है जो धीरे-धीरे बढ़ने वाला, थोड़ी-थोड़ी सूजन उत्पन्न करने वाला, ऊँगली के आस-पास की त्वचा पर पीड़ा और लालिमा उत्पन्न करने वाला होता है।
रोग अवधि
उचित चिकित्सा के साथ एक्यूट परओनिकिया 5 से 10 दिनों में ठीक हो जाता है। क्रोनिक परओनिकिया को फफूंद रोधी दवाओं के कई सप्ताह तक उपचार की जरूरत होती है। उचित चिकित्सा के बाद भी परओनिकिया लौट सकता है यदि आप त्वचा को फिर से चोटग्रस्त कर लेते हैं, या नाखून के क्षेत्र को शुष्क रखना भूल जाते हैं।जाँच और परीक्षण
रोग का निर्धारण प्रभावित क्षेत्र के परीक्षण से होता है। हालाँकि, यदि पीप इकठ्ठा हुआ है, तो डॉक्टर पीप के नमूने को बैक्टीरिया या फफूंद की उपस्थिति जांचने के लिए प्रयोगशाला में भेज सकते हैं।डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1. परओनिकिया क्या है?हाथ या पैर की ऊँगली के आस-पास की त्वचा के संक्रमण को परओनिकिया कहते हैं। संक्रमित क्षेत्र सूजा, लाल और दर्द्युक्त हो सकता है। कभी-कभी पीप युक्त फफोला हो जाता है। संक्रमण हाथ या पैर की बची हुई ऊँगली में फ़ैल सकता है।
Q2. क्या परओनिकिया फेलॉन और व्हिटलो एक ही हैं?
जी नहीं, फेलॉन उंगली के पोर और गूदे के वसीय ऊतकों के बंद स्थान में होता है। इसके लिए एंटीबायोटिक और शल्यक्रिया द्वारा अपशिष्ट हटाने की जरूरत होती है। यदि शीघ्र चिकित्सा ना हो तो नर्म ऊतक या हड्डी तक नष्ट हो सकती है।
व्हिटलो हाथ का, आमतौर पर उँगलियों का, हर्पीस वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण है। यह उन स्वास्थ्यकर्मियों जिनके हाथ हर्पीस ग्रस्त रोगियों की लार की चपेट में आते रहते हैं, में सबसे ज्यादा होता है। यह स्थिति जो छोटे, सूजे, दर्द्युक्त फफोलों और कई बार झुनझुनी युक्त होती है, इसकी विशिष्ट रूप से पारंपरिक चिकित्सा की जाती है और यह अपने विशेष तरीके से, अधिक पश्च प्रभाव उत्पन्न किये, बिना कई सप्ताहों में ठीक होती है।
Q3. मुझे परओनिकिया है, मुझे क्या करना चाहिए?
उत्तेजक पदार्थो जैसे पानी, साबुन, डिटर्जेंट, धातु के रगड़ने वाले पैड्स, सफाई वाले पैड्स, सफाई के पाउडर और अन्य रसायनों के संपर्क से बचने के लिए दस्ताने पहनें। महीने में एक बार नाखून काटें। नाखूनों के आस-पास के माँस को ना काटें या क्यूटीकल रिमूवर का प्रयोग करें। प्रभावित क्षेत्र को दिन में 2 से 3 बार 15 मिनट के लिए गर्म पानी में डुबाकर रखने से सूजन और दर्द कम होते हैं और ठीक होने में सहायता मिलती है। हाथ या पैर की ऊँगली पर गर्म पट्टी रखने से भी सूजन और दर्द कम होता है। संक्रमण को निकालने के लिए एक चौथाई हिस्सा गर्म पानी में चौथाई हिस्सा सेब का सिरका मिलाकर इसमें 30 मिनट तक हाथ या पैर डुबोकर रखें।
Q4. व्यक्ति को डॉक्टर से संपर्क कब करना चाहिए?
आपके नाखून के आस-पास या भीतर पीप होना। आपको मंद लक्षण (पीड़ा, हलकी लालिमा, हलकी सूजन) हैं जिन्हें सात दिन या अधिक समय हो गया है।
Q5. मैं मधुमेह का रोगी हूँ, क्या मुझे अतिरिक्त सतर्कता रखनी चाहिए?
Q5. मैं मधुमेह का रोगी हूँ, क्या मुझे अतिरिक्त सतर्कता रखनी चाहिए?
जी हाँ। मधुमेह में प्रतिरक्षक तंत्र की निर्बल स्थिति और रोग ठीक होने में लगने वाले अधिक समय को ध्यान रखते हुए आपको परओनिकिया के लिए अधिक सतर्क रहना चाहिए। पैर की ऊँगली के परओनिकिया को निगरानी में रखना चाहिए ताकि सेल्युलाइटिस या अन्य गंभीर संक्रमणों (उदाहरण के लिए सूजन का विस्तारित होना या एरिदीमा, लिम्फेडिनोपेथी, बुखार) के चिन्हों को समझा जा सके।