रोकथाम (बचाव)
एक्यूट परओनिकिया ना होने देने का उत्तम तरीका अपने नाखूनों की अच्छी देखभाल करना है।
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अपने नाखूनों और पोरों को चोट ना लगने दें।
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अपने नाखूनों को काटें या खींचें नहीं।
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अपने नाखून ठीक प्रकार कटे और व्यवस्थित रखें।
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नाखूनों को अधिक छोटा ना करें या आस-पास के माँस को ना छीलें, इससे त्वचा क्षतिग्रस्त हो सकती है।
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नाखून काटने हेतु स्वच्छ कैंची या अन्य वस्तु का प्रयोग करें।
आप अपनी हाथों को रसायन मुक्त और शुष्क रखकर क्रोनिक परओनिकिया से बचाव कर सकते हैं। पानी या तीव्र रसायन में कार्य करते समय दस्ताने पहनें। प्रतिदिन मौजे बदलें और एक ही जूते को दो दिन लगातार ना पहनें जिससे वे पूरी तरह सूख सकें।
ध्यान देने की बातें
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बुखार और कंपकंपी
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त्वचा पर लाल धारियाँ होना
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नाखून के आकार में परिवर्तन होना
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मांसपेशियों/जोड़ों में दर्द
डॉक्टर को कब दिखाएँ
डॉक्टर से संपर्क करें यदि आपको निम्न प्रकार के लक्षण हों:
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आपके नाखून के आस-पास या भीतर पीप होना।
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बुखार
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आपको मंद लक्षण (पीड़ा, हलकी लालिमा, हलकी सूजन) हैं, जिन्हें सात दिन या अधिक समय हो गया है।
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