रोकथाम (बचाव)
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लिखे जाने के बाद एंटीबायोटिक का उचित प्रकार सेवन।
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अपने बच्चे के आसपास किसी को भी धूम्रपान ना करने दें। धूम्रपान खाँसी या श्वसन को बदतर कर देता है।
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सर्दी से बचाव।
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जीवाणुओं के फैलने को रोकने के लिए अपने और अपने बच्चे के हाथों को साबुन से धोते रहें।
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दूसरों से भोजन, पेय पदार्थ या बर्तन बाँटकर प्रयोग ना करें।
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निमोनिया का संक्रमण उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया और वायरस के विरुद्ध बच्चों का टीकाकरण।
ध्यान देने की बातें
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नाखूनों और होंठो का नीला पड़ना।
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हर साँस के साथ पसलियों के बीच की और गर्दन के आस-पास की त्वचा का भीतर खिंचना।
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शरीर में पानी की अत्यधिक कमी।
डॉक्टर को कब दिखाएँ
यदि निम्नलिखित स्थितियाँ दिखाई पड़ें तो तुरंत चिकित्सीय सहायता की आवश्यकता है:
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अत्यधिक या तेज बुखार।
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लगातार खाँसी चलना।
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अतिसार और उलटी।
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श्वास लेने में कठिनाई और छींकना।
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सूखा मुँह या तड़के होंठ।
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मूत्र की मात्रा कम या बिलकुल नहीं होना।
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सोने में कठिनाई।
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थकावट और भूख कम होना।
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