फ़ेरिन्जाइटिस (गले की सूजन) क्या है?
फ़ेरिन्जाइटिस, गले के पिछले हिस्से फेरिंक्स की सूजन को कहते हैं। इसके कारण गले में खराश, उत्तेजना और निगलने में कठिनाई उत्पन्न हो सकती है।फ़ेरिन्जाइटिस तीव्र होता है जिसका दौरा एकाएक होता है और यह अपेक्षाकृत कम अवधि का या दीर्घ (लम्बा रहने वाला) हो सकता है। फ़ेरिन्जाइटिस का परिणाम अत्यंत बढ़े हुए टॉन्सिल्स होते हैं जिनके कारण निगलने और श्वास लेने में कष्ट उत्पन्न होता है। यह गले के कुछ या सभी हिस्सों को प्रभावित करता है:
1. जीभ का पिछला एक तिहाई हिस्सा।
2. नर्म तालू (मुँह का ऊपरी हिस्सा)।
3. टॉन्सिल्स (नर्म माँस के ऊतक जो कि शरीर के प्रतिरक्षक तंत्र का हिस्सा होते हैं)।
यदि इस संक्रमण के साथ टांसिलाइटिस भी हो तो इसे स्थिति को फेरिंगोटांसिलाइटिस कहा जाता है। एक अन्य प्रकार है नेसोफ़ेरिन्जाइटिस (साधारण सर्दी)।
रोग अवधि
तीव्र फ़ेरिन्जाइटिस निश्चित प्रकार से 3 से 7 दिनों के बीच में रहता है। ठण्ड और वसंत ऋतु के आरंभिक समय में यह सामान्य स्थिति है, खासकर 5 से 15 वर्ष के बच्चों में।जाँच और परीक्षण
रोग का निर्धारण मुख्यतः शारीरिक परीक्षण और सुझाई गई अन्य जाँचों द्वारा होता है, इन जाँचों में हैं:- गले में रखे फाहे
- सीबीसी
- एलर्जी की जाँच
डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1.फ़ेरिन्जाइटिस और टांसिलाइटिस में क्या अंतर है?फ़ेरिन्जाइटिस आपके गले (फेरिंक्स) की सूजन को कहते हैं, जबकि टांसिलाइटिस आपके टॉन्सिल्स की सूजन है। गले में खराश और पीड़ा फ़ेरिन्जाइटिस और टांसिलाइटिस दोनों रोगों का लक्षण है।
फ़ेरिन्जाइटिस आपके गले (फेरिंक्स) की सूजन को कहते हैं। यह आपके गले का वह हिस्सा है जो मुँह और नाक के पिछले भाग में होता है, और उन्हें इसोफेगस (आहार नली- जो मुँह से पेट तक जाती है), ट्रेकिआ (हवा हेतु पाइप) और लेरिंक्स (कंठ) से जोड़ता है।
टांसिलाइटिस आपके टॉन्सिल्स की सूजन है, जो आपके गले की पिछले हिस्से में स्थित ग्रंथियाँ होती हैं।
आपको अपने गले के सामान्य संक्रमण के तौर पर टांसिलाइटिस या उसी समय फ़ेरिन्जाइटिस भी हो सकता है।
दोनों स्थितियों का उपचार एक समान होता है। हालाँकि, यदि आपको टांसिलाइटिस बार-बार हो रहा है या दीर्घ कालीन है तो आपके डॉक्टर उन्हें हटाने के लिए शल्यक्रिया की सलाह दे सकते हैं। बार-बार होने वाला या दीर्घकालीन फ़ेरिन्जाइटिस उपचार करने में कठिन होता है, लेकिन कारण की पहचान स्थिति को सँभालने में मदद करती है। उदाहरण के लिए, यदि आप नियमित शराब पीते या धूम्रपान करते हैं तो शराब को कम करना और धूम्रपान को बंद करना आपको लक्षणों में सुधार करता है।
Q2. मुझे विशेषज्ञ से कब मिलना चाहिए?
जब गले की पीड़ा गंभीर हो या एक सप्ताह से अधिक समय हो गया हो। यदि आपको निगलने में कठिनाई, श्वास लेने में या मुँह खोलने में कठिनाई हो। यदि लार में या बलगम में खून हो और गला बार-बार ख़राब हो रहा हो।
Q3. क्या किसी फ़ेरिन्जाइटिस के रोगी से मुझे ये रोग हो सकता है?
जी हाँ, यह संभव है कि आप भी उस संक्रमण की चपेट में आ जाएँ जिससे अन्य व्यक्ति को फ़ेरिन्जाइटिस हुआ है।
स्पष्टीकरण:
आमतौर पर फ़ेरिन्जाइटिस वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण (जैसे कि साधारण सर्दी) या ए समूह के स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया द्वारा होता है।
आपको फ़ेरिन्जाइटिस उत्पन्न करने वाले संक्रमण से प्रभावित होने की संभावना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से उत्पन्न होती है, उदाहरण के लिए गले की खराश ग्रस्त व्यक्ति से हाथ मिलाने से, या संक्रमित व्यक्ति द्वारा छुई वस्तु को तुरंत छूने से। इनके द्वारा वायरस या बैक्टीरिया आपके हाथ तक पहुँच जाता है और फिर जब आप अपनी नाक या मुँह छूते हैं तो यह भीतर प्रविष्ट हो जाता है।
Q4. फ़ेरिन्जाइटिस की अन्य समस्याएँ क्या हैं?
वैसे तो तीव्र स्ट्रेप्टोकोकल फ़ेरिन्जाइटिस की जानी-मानी समस्या है रह्युमेटिक फीवर, लेकिन इसके बाद होने वाले तीव्र संक्रमणों का खतरा अत्यंत कम होता है। अन्य समस्याओं में तीव्र ग्लोमेरुलोनेफ्राईटिस, पेरीटोंसिलर अब्सेस (क्विंसी), कान के मध्य हिस्से में सूजन, जबड़े में सूजन, साइनस में सूजन, रक्त में बैक्टीरिया की उपस्थिति और निमोनिया हैं लेकिन इनके होने की दर अत्यंत कम है।
Q5. फ़ेरिन्जाइटिस के उपचार हेतु आमतौर पर एंटीबायोटिक्स नहीं लिखे जाते क्यों?
आमतौर पर फ़ेरिन्जाइटिस के लक्षणों को कम करने में या रोग की अवधि को कम करने में एंटीबायोटिक्स उपयोगी नहीं होते हैं।
फ़ेरिन्जाइटिस अक्सर वायरस के संक्रमण जैसे साधारण सर्दी द्वारा होता है। एंटीबायोटिक्स केवल बैक्टीरिया के विरुद्ध कार्य करते हैं और इसीलिए वायरस के संक्रमणों को ठीक करने में ये प्रभावी नहीं होते। यदि आपको बैक्टीरिया के संक्रमण से कोई गंभीर रोग हुआ हो या आपको समस्याओं का खतरा अधिक है तो आपके डॉक्टर आपको एंटीबायोटिक लिखना आवश्यक समझेंगे