UV किरणों के प्रति संवेदनशीलता (PMLE) क्या है?
पोलीमोर्फौस लाइट इरप्शन (पीएमएलई) सूर्य के प्रभाव द्वारा उत्पन्न खुजली युक्त घाव है जो उन लोगों में होता है जिनमें सूर्य के प्रकाश के प्रति संवेदनशीलता (फोटोसेंसिटिविटी) उत्पन्न हो जाती है। पोलीमोर्फौस लाइट इरप्शन अक्सर वसंत ऋतु या गर्मी की शुरुआत में होता है जब व्यक्ति का सूर्य के प्रकाश से सामना बढ़ जाता है। यह स्थिति किशोरावस्था और युवावस्था के आरम्भ में अधिक आम है, और महिलाओं में अधिक पाई जाती है। इसे पीएलई या पीएमई के नाम से भी जाना जाता है।इसका पोलीमोर्फिक या पोलीमोर्फौस नाम इस तथ्य को उजागर करता है कि घाव कई रूप ले सकता है, हालाँकि आमतौर पर एक व्यक्ति में ये हर बार एक जैसा ही दिखाई देता है। अक्सर निशान शरीर के उस हिस्से में दिखाई देता है जो सामान्यतः ठण्ड में ढंके रहते हैं और गर्मी में खुले होते हैं: छाती का ऊपरी हिस्सा, गर्दन का सामने का हिस्सा और भुजाएँ।
दो प्रकार का पीएमएलई देखा जाता है:
- जुवेनाइल स्प्रिंग इरप्शन त्वचा की स्थिति है जो कानों के ऊपरी मुड़े हिस्से को प्रभावित करता है।
- बिनाइन समर लाइट इरप्शन त्वचा की स्थिति है जो चिकित्सीय रूप से कम समय तक रहने वाली, खुजली युक्त, छोटे छोटे उभार की अधिकता युक्त होती है और गर्मी की शुरुआत में कई घंटों तक सूर्य प्रकाश में रहने के बाद या सूर्य प्रकाश युक्त गर्मी की छुट्टियों पर, विशेषकर युवा महिलाओं को प्रभावित करती है।
रोग अवधि
यह 1 से 7 दिनों तक रह सकता है।जाँच और परीक्षण
रोग निर्धारण मुख्यतः शारीरिक परीक्षण द्वारा किया जाता है। सुझाए जाने वाली अन्य जाँचों में हैं:- त्वचा की बायोप्सी
- रक्त परीक्षण
- प्रकाश परीक्षण
डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1. पीएमएलई क्या है?
पोलीमोर्फौस लाइट इरप्शन जिसे पोलीमोर्फिक लाइट इरप्शन भी कहते हैं, ऐसा घाव है जो सूर्य के प्रकाश की चपेट की प्रतिक्रिया स्वरुप दिखाई पड़ता है। पोलीमोर्फौस का अर्थ होता है विभिन्न रूप लेना, यह छोटे लाल उभारों, फफोलों या लाल निशानों जैसा दिखाई देता है। आमतौर पर निशान भुजाओं, पैरों के निचले हिस्सों या छाती पर होता है। इसका चेहरे पर होना या दिखाई देना आमतौर पर नहीं होता। सूजन अक्सर खुजली या जलन के साथ नहीं होती है। कुछ लोगों में फ्लू जैसे लक्षण भी होते हैं।
Q2. इसके लक्षण क्या हैं?
- छोटे उभारों के सघन समूह।
- उभरे खुरदुरे हिस्से।
- लालिमा
- खुजली या जलन (दर्द्युक्त)।
Q3.पीएमएलई के कारण क्या हैं?
प्रतिक्रिया अल्ट्रावायलेट (पराबैंगनी) प्रकाश (दोनों यूवीए और यूवीबी) द्वारा उत्पन्न होती है।सूर्य के तेज प्रकाश में केवल 20 मिनट रहने से ये हो जाता है। क्योंकि यूवी प्रकाश कांच से गुजर जाता है, आपको प्रभावित होने के लिए बाहर रहने की जरूरत नहीं होती है।
घाव या निशान अक्सर वसंत ऋतु में शुरू होते हैं जब शीत ऋतु के दौरान त्वचा को कपड़ों द्वारा ढँक कर सुरक्षित रखा जाता है। इसका निश्चित चिकित्सीय कारण ज्ञात नहीं है, लेकिन इसे प्रतिरक्षक तंत्र से जुड़ा हुआ माना जाता है।
Q4.ठीक होने में कितना समय लगता है?
लक्षण 1-7 दिनों में ठीक हो जाते हैं।
Q5.पोलीमोर्फौस लाइट इरप्शन को रोकने या ठीक करने के लिए आप क्या कर सकते हैं?
बचाव के सबसे अच्छे तरीकों में से एक है सूर्य के सीधे प्रकाश से जितना हो सके उतना दूर रहें। त्वचा का सूर्य से कम से कम सामना हो ऐसे कपड़े पहनें और एक सौम्य सन लोशन का प्रयोग करें। बीटा कैरोटीन युक्त आहार लें। कृत्रिम मीठे पदार्थो से दूर रहें।
ठण्ड समाप्त होने पर जब सूर्य के चमकीले प्रकाश के दिन आते हैं तब धीरे-धीरे उनसे अभ्यस्त होने का प्रयास करें। यह विशेष रूप से आवश्यक है यदि आपने पहले इस प्रकार के घाव या निशान का अनुभव किया हो लेकिन आपको ये पता ना रहा हो कि ये पोलीमोर्फौस लाइट इरप्शन हो सकता है।