लक्षण
बैक्टीरिया से होने वाले निमोनिया के लक्षण वायरस से होने वाले निमोनिया के मुकाबले जल्दी प्रकट होते हैं। निमोनिया के अधिकतर रोगियों में शुरुआत सर्दी और फ्लू के लक्षणों से होती है और बाद में तेज बुखार, ठिठुरन, और बलगम के साथ खांसी (नाक से पानी आना) आदि हो जाते हैं। अन्य लक्षणों में हैं:- फेफड़ों से निकला भूरा या हरा बलगम जो खाँसी से बाहर निकलता है।
- तेज गति से साँस चलना और साँस लेने में कठिनाई।
- छाती में दर्द जो गहरी साँस लेने पर बढ़ जाये (प्लूरिटिक पेन)।
- तेज हृदयगति और रात में पसीना आना।
- थकावट और अत्यंत कमजोरी लगना।
- असमंजस और प्रलाप की स्थिति।
- मतली और उल्टी।
- दस्त।
- सिरदर्द।
- माँसपेशियों और जोड़ों में दर्द।
कारण
निमोनिया बैक्टीरिया, वायरस और फफूंद द्वारा होता है। जब ये सूक्ष्मजीवी साँस के माध्यम से फेफड़ों के अन्दर जाते हैं तो ये हवा के लिए उपस्थित थैलीनुमा संरचना जिसे अल्विओली कहते हैं में जम जाते हैं, वहाँ वृद्धि करके कई गुना हो जाते हैं और उसे तरल द्रव और पीप से भर देते हैं।निमोनिया व्यक्ति-से-व्यक्ति के निकट संपर्क द्वारा फैलता है, खासकर जब एक सन्क्रमित व्यक्ति दूसरे व्यक्ति पर खाँसता या छींकता है।
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