पोस्टमीनोपॉज अवधि (मासिक धर्म बन्द होने के बाद) क्या है?
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पोस्ट-मीनोपॉज को पिछले मासिक धर्म होने के 12 माह बीत जाने (अर्थात एक वर्ष तक मासिक चक्र ना आने) द्वारा समझाया जाता है। यह स्थिति महिला के शेष जीवन काल तक बनी रहती है।
- यह स्थिति मीनोपॉज के बाद उत्पन्न होती है और आमतौर पर महिला के अंतिम मासिक चक्र के 24 से 36 माह बाद शुरू होती है, इस स्थिति में महिला में संतानोत्पत्ति की क्षमता नहीं होती है। सामान्यतया, अधिकतर महिलाऐं अपनी आयु के 40वें वर्ष के उत्तरार्द्ध से 60 वर्ष तक के बीच इस अवस्था में पहुँचती हैं।
जाँच और परीक्षण
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कुछ जाँचें हैं जिन्हें कोई महिला ये जानने के लिए कि वह पोस्ट मीनोपॉज की स्थिति में है, कर सकती है। इनमें सबसे आसान है ये जांचना कि पिछले 12 माह में उसे मासिक चक्र आया है अथवा नहीं।
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मीनोपॉज के पटल पर महिला की स्थिति जानने के लिए किये जाने वाली कुछ जाँचें हैं।
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गर्भधारण की जाँच
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फॉलिकल स्टीमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट
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हड्डियों के घनत्व की जाँच
डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1. मीनोपॉज क्या है?
मीनोपॉज किसी स्त्री के जीवन चक्र का हिस्सा है जिसमें अंडग्रंथियाँ अण्डों का उत्पादन बंद कर देती हैं और प्रजनन क्षमता समाप्त हो जाती है। यह विशेषकर 40 की आयु के उत्तरार्द्ध या 50 की आयु के पूर्वार्द्ध में होता है।
Q2. मुझे मीनोपॉज हो गया है इसका पता मुझे कैसे चलेगा?
यदि लगातार 12 माह तक मासिक चक्र ना हो (गर्भधान परीक्षण हो चुका हो), तो मीनोपॉज हो चुका माना जाता है।
Q3. मीनोपॉज से मेरे स्वास्थ्य पर क्या विपरीत प्रभाव होते हैं?
मीनोपॉज की ओर बढ़ने पर महिलाओं के शरीर को होने वाले शारीरिक और मनोवैज्ञानिक प्रभावों की सूची लम्बी है। ये लक्षण हार्मोन के स्तरों के अनिश्चित उतार-चढ़ाव के कारण होते हैं और हर महिला के लिये बदले हुए होते हैं। लक्षणों का अधिक अनुभव पेरीमीनोपॉज के दौरान होता है। जैसे ही मीनोपॉज की आमद होती है, एस्ट्रोजन के निम्न स्तरों के कारण ह्रदय रोग और ओस्टिओपोरोसिस का खतरा बढ़ जाता है।
Q4. मीनोपॉज के लक्षणों की चिकित्सा क्या है?
मीनोपॉज के लक्षणों और विपरीत प्रभावों को दूर करने के लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (ऐच्छिक) दी जाती है। इसके साथ ही ओस्टियोपोरोसिस रोकने के लिए अतिरिक्त कैल्शियम पूरक भी दिए जाते हैं। लक्षणों के आधार पर अन्य दवाएँ भी दी जाती हैं।