पोस्टमीनोपॉज अवधि (मासिक धर्म बन्द होने के बाद): लक्षण और कारण

लक्षण

  • योनि की शुष्कता और खुजली।
  • वजन का बढ़ना।
  • बार-बार पसीना आना
  • तनाव नियंत्रित ना कर पाना।
  • मूत्रमार्ग के संक्रमण।
  • सोने में कठिनाई (इनसोम्निया)।
  • कभी-कभी शरीर के अन्दर गर्म झटके महसूस होना।
  • थकावट
  • मिजाज में उतार-चढ़ाव।
Dysmenorrhea overview

कारण

ऐसे कई कारण हैं जो किसी महिला को उसके जीवन में पोस्टमीनोपॉज में जल्दी धकेल सकते हैं। इन कारकों में:
  • हार्मोन सम्बन्धी उतार-चढ़ावएस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन प्राकृतिक रूप से घट जाते हैं, जिसके कारण स्तर असंतुलित होता है और पोस्ट मीनोपॉज के कई असहज करने वाले लक्षण उत्पन्न होते हैं।
  • जो महिलाऐं अधिक धूम्रपान और मदिरापान करती हैं।
  • तनाव के स्थाई अवसर बने रहते हैं।
  • वे महिलाऐं जिनकी दोनों अंडग्रंथियाँ कैंसर अथवा अन्य स्वास्थ्य कारण से निकाल दी जाती हैं।
  • विकिरण चिकित्सा जो अंडग्रंथियों को क्षति पहुंचाती है।




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