परहेज और आहार
लेने योग्य आहार- विटामिन ई रक्त प्रवाह बढ़ाता है इसलिए विटामिन ई से समृद्ध आहारों जैसे पालक, बादाम, मछली, ब्रोकोली, कद्दू, गाजर, टमाटर आदि का सेवन करें।
- मैग्नीशियम रायनौड्स डिजीज में सख्त हुई रक्तवाहिनियों को फैलाता है, गहरे रंग की पत्तेदार सब्जियाँ, मछली, फलियाँ, दालें, भूरा चावल, एवोकेडो, केले आदि मैग्नीशियम से समृद्ध आहार हैं।
- विटामिन बी नियासिन भुजाओं, उँगलियों, पैरों और पैरों की उँगलियों में रक्तसंचार को उत्प्रेरित करता है। मछली, चिकन, मशरुम, हरी मटर, एवोकेडोस ये सभी नियासिन से समृद्ध आहार हैं।
- ओमेगा 3 फैटी एसिड युक्त आहार जैसे मछली, मछली के लिवर का तेल, अलसी के बीज आदि लिये जाने चाहिए।
- दालचीनी, लाल मिर्च और सरसों जैसे मसाले शरीर को सम्पूर्ण रूप से गर्मी देते हैं।
- रिफाइंड और प्रोसेस्ड आहार।
- तैलीय और वसायुक्त आहार।
योग और व्यायाम
कई डॉक्टर रायनौड्स फेनोमेनन के रोगियों को नियमित व्यायाम हेतु प्रोत्साहित करते हैं। आप पैदल चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना आदि कोई भी गतिविधि शुरू कर सकते हैं।योग
लक्षणों को दूर करने में गहरे श्वासयुक्त व्यायाम सहायक होता है।
घरेलू उपाय (उपचार)
- ठंडक से बाहर निकलकर गर्म क्षेत्र में चले जाएँ।
- आपने हाथों को गर्म करने के लिए काँख में या जांघों के बीच रख लें।
- हाथों और पैरों की उँगलियों में झुनझुनी का होना उन्हें दाएं-बाएँ घुमाने का सबसे सही लक्षण है, यदि यह असफल हो तो अपनी भुजाओं से पवनचक्की की गति में हाथ घुमाएँ और अपने स्थान पर ही दौड़ लगाएँ। इस प्रकार की गति रक्तप्रवाह को उचित बनाए रखने में सहायक होगी।
- अपने हाथों और पैरों की उँगलियों को कुनकुने गर्म पानी से होकर निकालें।
- अपने हाथों और पैरों की मालिश करें, यह रक्तसंचार को बढ़ाता है।
- शरीर के इन किनारों तक रक्तसंचार में बढ़ा उत्पन्न करने वाली वस्तुएँ जैसे तंग या छोटी अंगूठी, मौजे या कलाई के बैंड आदि ना पहनें।