तनाव क्या है?
तनाव हमारे शारीरिक या मानसिक सामंजस्य में बाधा उत्पन्न करने वाले उत्प्रेरक के लिए हमारी सामान्य शारीरिक प्रतिक्रिया है।आप जितना कर सकते हैं, उससे अधिक करने की आवश्यकता होने पर उत्पन्न हुआ एहसास ही तनाव है। जब आप तनावग्रस्त होते हैं, आपका शरीर ऐसे प्रतिक्रिया करता है जैसे आप खतरे में हैं। थोड़ा तनाव होना सामान्य बात है, बल्कि उपयोगी है। यदि आपको परिश्रम करना है या तुरंत प्रतिक्रिया देनी है, तो तनाव आपकी सहायता करता है। लेकिन यदि तनाव बार-बार होने लगे, या लम्बे समय तक बना रहने लगे, तो इसके दुष्परिणाम हो सकते हैं।
रोग अवधि
- तनाव से उबरना तनाव के कारण पर निर्भर करता है, यदि यह किसी छोटी समस्या के कारण है तो समस्या के हल होते ही यह भी ठीक हो जाता है।
- वहीँ लम्बे समय के तनाव से उबरने में, रोगी के मनोवैज्ञानिक व्यवहार के आधार पर ,कुछ सप्ताह से कुछ महीने तक लग सकते हैं।
जाँच और परीक्षण
- रोग का निर्धारण रोगी के शारीरिक परीक्षण और चिकित्सीय इतिहास के आधार पर होता है।
- व्यक्तित्व परीक्षण और मनोवैज्ञानिक जाँच के कई प्रकारों के उपयोग द्वारा डॉक्टर, रोगी द्वारा अनुभव किये जाने वाले तनाव की मात्रा और उनसे उबरने के लिए अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं का निर्धारण करता है।
डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1.तनाव और हृदय रोग के बीच क्या सम्बन्ध है?तनाव की स्थिति आमतौर पर परेशान करने वाली होती है, लेकिन हानिकारक नहीं होती। शरीर इसके लिए एक हार्मोन, एड्रीनलीन, का स्राव करके प्रतिक्रिया देता है, जिससे आपकी श्वास और ह्रदय गति तेज हो जाती है, और आपका रक्तचाप बढ़ जाता है। ये प्रतिक्रियाएँ आपको स्थिति का हल निकालने हेतु तैयार करती हैं, जो स्थिति से मुकाबले द्वारा या वहां से भागकर किया जा सकता है, और जिसे “फाइट या फ्लाइट” प्रतिक्रिया कहा जाता है। जब तनाव स्थाई (क्रोनिक) होता है, तब आपका शरीर कई दिनों या हफ़्तों तक उच्च प्रतिक्रिया की स्थिति में बना रहता है, और इसके फलस्वरूप ह्रदय गति में और रक्तचाप में वृद्धि होती है, जो धमनियों की दीवारों को क्षतिग्रस्त कर सकती है।
Q2.क्या दीर्घ तनाव (क्रोनिक स्ट्रेस) से रक्तचाप हो सकता है?
दीर्घ तनाव से रक्तचाप नहीं होता। उच्च रक्तचाप का निश्चित कारण अज्ञात है, लेकिन इसको बढ़ाने वाले तत्वों में अधिक वजन होना, अत्यधिक नमक खाना, शारीरिक गतिविधि का कम होना और अत्यधिक शराब पीना आदि आते हैं। लेकिन दीर्घकालीन तनाव की शारीरिक कीमत आपको चुकानी पड़ती है। यह आपके प्रतिरक्षा तंत्र को निर्बल करता है और अशांतिदायक शारीरिक लक्षण जैसे सिरदर्द और पेट की परेशानी देता है।
Q3.मनोचिकित्सीय उपाय किस प्रकार सहायक हो सकते हैं?
मनोचिकित्सीय उपाय आघात पश्चात तनाव के लिये बहुत कारगर होते हैं, जब किसी भयानक घटना के बाद रोगी तीव्र मनोवैज्ञानिक तनाव से गुजर रहा होता है। यह रोगी को, स्थिति को नजर अंदाज करने या भागने वाले व्यवहार, और हतोत्साहित ना होने के साथ ही, घटना के वापस होने के मुख्य भय से उबरने में अत्यंत सहायक होते हैं। यह पद्धति दुर्घटना के अनुभव पर चरणबद्ध तरीके से लक्ष्य करके, रोगी को अपने पलायनवादी स्वभाव को नष्ट करने में सहायक होती है।
Q4. दिल दहला देने वाली घटना के बाद तनाव में डरावने सपने क्यों आते हैं?
ऐसा माना जाता है कि आघात पश्चात तनाव की प्रतिक्रिया स्वरुप, मस्तिष्क के लोकस कोरुलियस से नारएपिनेफ्रिन का स्राव अत्यधिक मात्रा में होता है, और मस्तिष्क के भीतर हिप्पोकैम्पस और एमिग्डेला में स्थित स्थल पर नारएड्रिनर्जिक गतिविधि बढ़ जाती है। सैद्धांतिक रूप से ये परिवर्तन भय आधारित स्मृतियों और सपनों को उत्पन्न करने के लिए जाने जाते हैं।
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