परहेज और आहार
लेने योग्य आहार
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विटामिन ए, सी और ई महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट हैं जो प्रतिरक्षक शक्ति को बढ़ाते हैं और बैक्टीरिया और वायरस द्वारा उत्पन्न संक्रमण रोकते हैं।
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विटामिन ए की उच्च मात्रा से युक्त आहारों में दूध, अंडे, लीवर, शक्तियुक्त दलिया, गहरे रंग के संतरे या हरी सब्जियाँ (जैसे गाजर, रतालू, कद्दू और केल), और संतरे की श्रेणी के फल जैसे केंटालूप, खुबानी, आड़ू, पपीता और आम आते हैं।
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विटामिन सी की उच्च मात्रा से युक्त आहारों में खट्टे फल, स्ट्रॉबेरी, कीवी, अमरुद, शिमला मिर्च, टमाटर, ब्रोकोली और पालक आते हैं।
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विटामिन ई की उच्च मात्रा युक्त आहारों में वनस्पति तेल, मेवे और गहरी पत्तेदार सब्जियाँ, एवोकेडो, गेहूँ की बाली, और साबुत अनाज आदि हैं।
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जिंक मल्टीविटामिन का एक महत्वपूर्ण घटक है क्योंकि यह स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है और प्रतिरक्षक तंत्र को उन्नत करने में सहायक होता है। समुद्री आहारों, पालक, मेवे, साबुत अनाजों में जिंक अधिक मात्रा में पाया जाता है।
इनसे परहेज करें
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शक्कर और स्टार्चयुक्त आहार।
घरेलू उपाय (उपचार)
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गर्म पट्टी लगाएँ। स्वच्छ सूती कपड़े को गर्म पानी से गीला करें और इसे अपनी बंद आँखों पर हौले से 10 मिनट के लिए रखें, इसे दिन में चार बार दोहराएँ। गर्म पट्टियाँ न केवल दर्द और सूजन में राहत देती हैं, बल्कि ठीक होने की प्रक्रिया को भी तेज करती हैं।
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सूजन और पीड़ा को कम करने के लिये संक्रमित पलक पर ककड़ी का कटा हुआ टुकड़ा रखें। आप टमाटर के टुकड़े का प्रयोग भी कर सकते हैं।
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लौंग को पानी में भिगोकर प्रभावित पलक पर हौले से रगड़ें। यह दर्द को कम करने में सहायता करता है।
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फुंसी से द्रव निकालने के लिए उसे दबाएँ या निचोड़ें नहीं। आँख पर मेकअप ना करें।
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अपनी आँखों पर तनाव ना डालें।
- अपनी आँखों को छुएँ या रगड़ें नहीं।