टीनिया संक्रमण क्या है?
टीनिया फफूंद द्वारा उत्पन्न रोगों के समूह को दिया गया नाम है। ये फफूंद गर्मी युक्त या नम त्वचा पर वृद्धि करती है। इस संक्रमण को टीनिया वर्सीकोलर, टिरियासिस वर्सीकोलर, डर्मेटोफायटोसिस, और रिंगवर्म कहा जाता है। रिंगवर्म शब्द इसकी आकृति के कारण दिया गया है लेकिन संक्रमण किसी वर्म के कारण नहीं होता। फफूंद त्वचा, नाखून और बालों पर आक्रमण करती है, जहाँ पर केराटिन मुख्य कारक प्रोटीन होता है, और संक्रमण उत्पन्न करती है, जैसे कि
- टीनिया केपिटिस, जो कि सिर की त्वचा का संक्रमण है।
- टीनिया पेडिस, जो कि पैरों का संक्रमण है (एथलीट्स फुट)।
- टीनिया क्रुरिस, जो कि जांघों के क्षेत्र का संक्रमण है (जोक इच)।
- टीनिया कोर्पोरिस, जो कि शरीर की सतह का संक्रमण है।
- टीनिया बारबे, जो कि दाढ़ी के क्षेत्र में होने वाला संक्रमण है। यह त्वचा की ऊपरी सतह पर होता है।
रोग अवधि
आमतौर पर स्थितियाँ दो से चार सप्ताहों में सामान्य हो जाती हैं।
जाँच और परीक्षण
रोग के प्रभावी निर्धारण हेतु शारीरिक परीक्षण के पश्चात् निम्न जाँच विधियों का प्रयोग किया जाता है:- वुड्स लैंप टेस्ट
- केओएच परीक्षण
- त्वचा की बायोप्सी
- त्वचा के कल्चर की जाँच
डॉक्टर द्वारा आम सवालों के जवाब
Q1. टीनिया संक्रमण क्या है?
टीनिया संक्रमण, जिन्हें रिंगवर्म संक्रमण या डर्मेटोफायटोसिस (वैसे यह नाम अनुचित है) भी कहा जाता है, फफूंद द्वारा उत्पन्न संक्रमण हैं जो कि जांघों, भुजाओं और पैरों की त्वचा की ऊपरी परत तक सीमित होते है, हालाँकि यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकते हैं। यद्यपि इसे रिंगवर्म कहा जाता है, लेकिन यह संक्रमण किसी वर्म द्वारा नहीं होता।
Q2. इसके विभिन्न प्रकार कौन से हैं?
फफूंद त्वचा, नाखून और बालों पर आक्रमण करती है, जहाँ पर केराटिन मुख्य कारक प्रोटीन होता है, और संक्रमण उत्पन्न करती है जैसे कि:
- टीनिया केपिटिस, जो कि सिर की त्वचा का संक्रमण है।
- टीनिया पेडिस, जो कि पैरों का संक्रमण है (एथलीट्स फुट)।
- टीनिया क्रुरिस, जो कि जांघों के क्षेत्र का संक्रमण है (जोक इच)।
- टीनिया कोर्पोरिस, जो कि शरीर की सतह का संक्रमण है।
- टीनिया बारबे, जो कि दाढ़ी के क्षेत्र में होने वाला संक्रमण है।
Q3. इसके लक्षण क्या है?
टीनिया वर्सीकोलर के लक्षणों में छोटे, चपटे, गोल या अंडाकार निशान होते हैं जो समय के साथ धब्बे बना देते हैं। ये धब्बे त्वचा के तैलीय क्षेत्रों जैसे कि छाती का ऊपरी हिस्सा, पीठ, या भुजाओं का ऊपरी हिस्सा या कभी-कभार जांघों का ऊपरी हिस्सा, गर्दन और चेहरे पर होते हैं
निशान चपटे होते हैं और आपकी त्वचा के रंग के आधार पर सफ़ेद, गुलाबी, लाल, मटमैले, या भूरे रंग के हो सकते हैं। एक व्यक्ति के निशानों का रंग समान होता है। त्वचा पर, खासकर जब यह गर्म हो, खुजली चलती है।
Q4. व्यक्ति को डॉक्टर से संपर्क कब करना चाहिए?
डॉक्टर से संपर्क करें यदि निम्न स्थितियाँ दिखाई दें:
- रगड़ने से उत्पन्न बैक्टीरिया का संक्रमण।
- सूजी और गर्म त्वचा।
- धब्बों की लालिमा का एकाएक बदतर होना।
- लाल धारियाँ बनना।
- पीप, घावों से द्रव निकलना, और बुखार।