परहेज और आहार
लेने योग्य आहार:- लेने योग्य आहार में प्राकृतिक खाद प्रयुक्त ताजी सब्जियाँ, गुणवत्ता युक्त पशु उत्पाद जो विटामिन A और D से समृद्ध हों जैसे मछली, अंडे, खमीर युक्त आहार, घर पर चिकन द्वारा तैयार किया बोन ब्रोथ जो कि फेफड़ों के स्वस्थ रहने हेतु उत्तम है।
- विटामिन C से समृद्ध आहार जैसे कि ताजी और सुखाई हुई सब्जियाँ, हरी मिर्च, ब्रोकोली, फूलगोभी, ब्रसल स्प्राउट्स, अमरुद, स्ट्रॉबेरी, पपीता लेने चाहिए।
- अदरक युक्त चाय सर्दी से आराम दिलाती है।
- कुनकुने नीबू पानी में शहद श्वसन तंत्र के संक्रमणों के लिये सबसे प्रभावशाली प्राकृतिक चिकित्सा है।
- रोग के दौरान हुई तरल पदार्थों की क्षति को पूरा करने के लिए अधिक मात्रा में कुनकुना पानी और औषधि युक्त चाय पियें।
इनसे परहेज करे:
- प्रतिरोधक तंत्र को कमजोर करने वाले आहार।
- शराब और कैफीन युक्त पेय, तथा तम्बाकू।
- उच्च वसा युक्त आहार।
- खट्टे फल जैसे कि संतरे, ग्रेपफ्रूट, मंडारिन, नीबू।
- गर्म और मसालेदार आहार।
- डेरी उत्पाद जैसे कि पनीर, दूध और दही।
- कृत्रिम मीठी वस्तुएं और मैदा।
- कच्चे आहार (जिन्हें 118 F से ऊपर तापमान पर नहीं पकाया गया हो)।
- रिफाइंड और प्रोसेस्ड आहार जैसे कि चिप्स, पनीर के व्यंजन, शक्कर युक्त नाश्ता, कैन में बंद आहार, शीतलन द्वारा रखी हुई मछली, आदि।
योग और व्यायाम
व्यायाम
सप्ताह में पाँच या अधिक दिनों व्यायाम करने वालों को कम व्यायाम करने वालों की अपेक्षा यूआरटीआई होने की संभावनाएं कम होती हैं।
किसी व्यक्ति की साप्ताहिक व्यायाम योजना में आदर्श रूप से एरोबिक व्यायाम, झुक कर किये जाने वाले और जोड़ों को जकड़न से मुक्त करने वाले व्यायाम तथा मजबूती देने वाले व्यायामों का संतुलित समावेश होना चाहिए।
योग
प्राणायाम, जो कि योग का एक अति महत्त्वपूर्ण भाग है, प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत करने में सहायक होता है, इसलिये क्रोनिक (लम्बे समय तक बने रहने वाले) संक्रमण होने की सम्भावना कम होती है।
घरेलू उपाय (उपचार)
प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूती देने वाली आदतें डालें, इनमें;- धूम्रपान त्यागें।
- तनाव नियंत्रित करें।
- प्रतिदिन स्वयं को विश्रांति दें।
- स्वास्थ्यकर व्यायाम की योजना।
- स्वास्थ्यकर भोजन की योजना।
- हाथों को उचित प्रकार से धोएँ।