लक्षण
वायरल सिंड्रोम ग्रस्त व्यक्ति में वायरल संक्रमण के सामान्य लक्षणों का मिश्रण पाया जाता है। ये लक्षण मंद से तीव्र तक हो सकते हैं और कुछ घंटों या कुछ दिनों में बदलते रहते हैं।- बुखार और कंपकंपी।
- बहती या भरी नाक।
- खाँसी, गले में पीड़ा या आवाज भर्राना।
- सिरदर्द या आँखों के आस-पास दर्द और दबाव।
- माँसपेशियों और जोड़ों में दर्द।
- साँस लेने में कमी या साँस लेते समय सीटी की आवाज होना।
- मतली, उल्टी या भूख ना लगना।
- पेट में दर्द, ऐंठन और अतिसार।
कारण
वायरस के ऐसे लगभग 900 विभिन्न प्रकार हैं जो मनुष्यों को संक्रमित कर सकते हैं। प्रत्येक मनुष्य अपने जीवनकाल में कम से कम 200 प्रकार के वायरस द्वारा संक्रमित होता है। बच्चे के नाजुक होने के कारण और उसकी प्रतिरक्षा शक्ति विकास की अवस्था में होने के कारण वह बार-बार प्रभावित होता है। अधिकतर समय हम ये बताने की स्थिति में नहीं होते कि आपके बच्चे को निश्चित रूप से किस वायरस ने संक्रमित किया है। जैसे जैसे अधिक लक्षण पता चलते हैं, हम जाँचों के द्वारा वायरस का प्रकार बताने की स्थिति में होते हैं।प्राथमिक रूप से वायरस एक व्यक्ति से दूसरे में फैलते हैं, खासकर खाँसने और छींकने से (हवा द्वारा लाई गई श्वसन तंत्र की तरल बूंदों द्वारा)।