लक्षण
पहली स्थिति (जुकामनुमा)कुकर खाँसी के प्रारंभिक लक्षण सामान्य सर्दी के लक्षणों जैसे होते हैं:
-
नाक से द्रव बहना
-
छींक आना
-
सूखी और उत्तेजित खाँसी
-
हल्का बुखार
-
आँखों में पानी आना
-
गले में खराश
द्वितीय (परओक्सीस्मल-कंपकंपी युक्त) स्थिति द्वितीय चरण 7 से 14 दिनों बाद आरम्भ होता है। खाँसी के कई दौर होने के कारण इसे परओक्सीस्मल चरण कहते हैं।
-
गाढ़े बलगम के साथ खाँसी के तीव्र और लम्बे दौर।
-
श्वास लेते समय उच्च स्वर की “खों-खों” ध्वनि।
-
खाँसी के बाद उल्टी होना।
-
खाँसी के कारण चेहरे में थकावट और लालिमा।
-
श्वास लेने की कठिनाई।
तृतीय (कन्वलसंट-रोगमुक्ति) चरण तृतीय चरण वह है जिसमें खाँसी और उल्टी शांत होने लगते हैं। कभी-कभी, यदि बच्चे को ऊपरी श्वसन तंत्र का संक्रमण हो जाए तो, कुछ माह बाद खाँसी फिर से शुरू हो सकती है।
कारण
-
कुकर खाँसी बोर्डेटेला पर्टुसिस नामक बैक्टीरिया द्वारा होती है। बैक्टीरिया एक व्यक्ति से दूसरे में संक्रमित व्यक्ति की नाक और मुँह द्वारा निकले सूक्ष्म तरल कणों से फैलता है। जब एक संक्रमित व्यक्ति खाँसता या छींकता है, तो सूक्ष्मजीवी युक्त कण हवा में फ़ैल जाते हैं जो आस-पास स्थित व्यक्ति के फेफड़ों में प्रवेश कर जाते हैं।
-
संक्रमित व्यक्ति रोग की शुरुआती अवस्था से लेकर खाँसी शुरू होने के 2 सप्ताह बाद तक अत्यंत संक्रमणकारी होते हैं।
पर्टुसिस, बोर्डेटेला पर्टुसिस, व्हूपिंग कफ, व्हीज़िंग कफ़, व्हूपिंग कफ (कुकरखाँसी), खाँसी, 100 दिनों की खाँसी, धीमी खाँसी, संक्रामक रोग, बैक्टीरियाजन्य रोग, नाक से पानी बहना, सर्दी, नाक से पानी बहना, हवा द्वारा लाए गए संक्रमण, टीकाकरण, kukarkhansi rog, kukarkhansi ke lakshan aur karan, kukarkhansi ke lakshan in hindi, kukarkhansi symptoms in hindi, Whooping cough in hindi, Whooping cough treatment in hindi,
Like this:
Like Loading...
Related