परहेज और आहार
लेने योग्य आहार- ओमेगा 3 फैटी एसिड जोड़ों के दर्द और सूजन में सहायता करने वाले आहारों में आता है जो कि मछली, अखरोट और जैतून के तेल में पाया जाता है।
- गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ, विटामिन सी और ई से समृद्ध आहार जिनमें एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, दर्द और सूजन के लिए उपयोगी अन्य आहारों में आते हैं।
- विटामिन सी के उत्कृष्ट स्रोतों में अजमोदा, ब्रोकोली, संतरे, स्ट्रॉबेरी, पपीता, फूलगोभी और केल आते हैं।
- विटामिन ई के उत्तम स्रोतों में हैं: सरसों का साग, सूरजमुखी के बीज, बादाम और पालक।
- तले, वसायुक्त आहार, रेड मीट, हाइड्रोजन युक्त तेल, मक्के का तेल, सेफ्लोवर तेल, सोडा और शक्कर की उच्च मात्रा से युक्त फलों का रस।
- रिफाइंड शक्कर, प्रोसेस्ड आहार और पैक किये हुए भोज्य पदार्थ।
- सूजन को बदतर करने वाले अन्य आहारों में मक्का के उत्पाद, ग्लूटेन, डेरी उत्पाद, यीस्ट, अंडे, आलू, टमाटर और बैंगन आते हैं।
योग और व्यायाम
कलाइयों के दर्द को दूर करने वाले कुछ आसान से व्यायाम कलाइयों को मजबूत बनाने में भी उपयोगी होते हैं।- रिस्ट स्ट्रेचेस।
- प्रेयर स्ट्रेच।
-
अपोजिट हैण्ड रिस्ट स्ट्रेच।
-
टेनिस बॉल एक्सरसाइज।
-
फ्लेक्शन और एक्सटेंशन एक्सरसाइजेज।
- रबर बैंड फोरआर्म एक्सरसाइज।
योग
- हैण्डकफ: प्रत्येक कलाई को उसके विपरीत अंगूठे और तर्जनी से गोलाकार पकड़ें और 3-5 सेकंड तक जोर से दबाकर रखें।
- कलाई घुमाना: हथेली को सीधा फैलाकर रखें और कलाई को घड़ी की दिशा और इसकी विपरीत दिशा में घुमाएँ।
- प्रार्थना मुद्रा: दोनों हाथों को नमस्ते की मुद्रा में रखें। हाथों को एक साथ रखकर हल्का दबाव डालें, फिर उन्हें कलाई की तरफ झुका लें: पहले बाएँ हाथ से दाहिने को 45 डिग्री का कोण बनाते हुए धकाएं, फिर दाहिने से बाएँ को धकाएं।
- विपरीत प्रार्थना: अपनी पीठ की तरफ, अपने हाथों को नमस्ते मुद्रा में रखें। उँगलियों को ऊपर के स्थान पर नीचे की तरफ रखें। 20 सेकंड्स तक, या जब तक आराम लगे तब तक, रोककर रखें।
घरेलू उपाय (उपचार)
- कलाई को आराम दें। इसे ऊँचा उठाकर रखें।
- सूजे और पीड़ायुक्त स्थल पर बर्फ लगाएँ।
- बैंडेज की सहायता से कलाई को दबाव देकर रखें।
- कई दिनों तक स्पलिंट पहनकर रखें।
- गर्म पानी से स्नान या शावर के बाद व्यायाम करें ताकि आपकी कलाइयाँ जकड़न मुक्त हों।
- आपकी कलाई के अत्यंत सूजनयुक्त होने की स्थिति में व्यायाम ना करें।
- निश्चित करें कि आपका कीबोर्ड पर्याप्त नीचे रखा हो ताकि टाइपिंग के दौरान आपकी कलाइयाँ अधिक ऊपर की तरफ मुड़ी हुई ना रहें।
- दर्द को बढ़ाने वाली गतिविधियों के दौरान कई बार विराम लें। टाइपिंग करते समय, हाथों को आराम देने के लिए बार-बार रुकें, चाहे कुछ मिनट ही रुकें। अपने हाथों को दोनों तरफ आराम दें, ना कि केवल कलाइयों को।
Visitor Rating: 5 Stars
Visitor Rating: 1 Stars
Visitor Rating: 2 Stars
Visitor Rating: 2 Stars
Visitor Rating: 1 Stars
Visitor Rating: 1 Stars
Visitor Rating: 4 Stars
Visitor Rating: 5 Stars
Visitor Rating: 1 Stars
Visitor Rating: 4 Stars
Visitor Rating: 5 Stars
Visitor Rating: 2 Stars
Visitor Rating: 3 Stars
Visitor Rating: 4 Stars
Visitor Rating: 5 Stars
Visitor Rating: 3 Stars
Visitor Rating: 4 Stars
Visitor Rating: 5 Stars
Visitor Rating: 1 Stars
Visitor Rating: 1 Stars
Visitor Rating: 4 Stars
Visitor Rating: 2 Stars
Visitor Rating: 5 Stars
Visitor Rating: 2 Stars
Visitor Rating: 1 Stars
Visitor Rating: 1 Stars
Visitor Rating: 2 Stars
Visitor Rating: 5 Stars
Visitor Rating: 5 Stars